
Mahant Narendra Giri File Photo, Credit-ANI
बबलू ने कहा, ‘‘जब हम दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे तो महाराज जी पंखे से लटके मिले. हमने आनन-फानन में चाकू मंगाया और रस्सी को काटकर उन्हें नीचे उतारा. हमें लग रहा था कि महाराज जी जिंदा होंगे लेकिन जब कोई हलचल नहीं हुई तो हमने पुलिस को फोन किया और 15 से 20 मिनट में पुलिस वहां आ गई जिसने फिर आगे की कार्रवाई.’’
उन्होंने बताया कि गिरि उस कमरे में स्थायी तौर पर नहीं रहते थे और जब वहां आते थे तो वहां बैठते थे एवं विश्राम करते थे तथा उस दिन भी यही हुआ. यह भी पढ़ें : कोविड संक्रमण से बढ़ता है प्री-एक्लेमप्सिया का खतरा-अध्ययन
बबलू ने कहा, ‘‘हम लोगों ने फोन किया तो उनका फोन बंद था जिसके बाद दरवाजा तोड़ा गया.’’