नयी दिल्ली, 17 जुलाई एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर का अनुमान सात प्रतिशत पर बरकरार रखा है। साथ ही कहा कि सामान्य से बेहतर मानसून अनुमानों को देखते हुए कृषि क्षेत्र में सुधार की उम्मीद है।
एडीबी का यह पूर्वानुमान ऐसे समय में आया है जब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भारत के लिए अपने सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर के अनुमान को संशोधित कर सात प्रतिशत कर दिया है। आईएमएफ ने अप्रैल में इसके 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने पिछले महीने अपने वृद्धि अनुमान को सात प्रतिशत से बढ़ाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया था।
एशियाई विकास परिदृश्य (एडीओ) के जुलाई संस्करण के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2024-25 (31 मार्च 2025 को समाप्त) में सात प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। वित्त वर्ष 2025-26 में 7.2 प्रतिशत की दर से बढ़ने की राह पर है, जैसा कि एडीओ अप्रैल 2024 में अनुमान लगाया गया है।
भारतीय अर्थव्यवस्था ने 31 मार्च 2024 को समाप्त वित्त वर्ष में 8.2 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्ज की, जबकि उससे पिछले वित्त वर्ष 2022-23 में यह सात प्रतिशत थी।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘ वित्त वर्ष 2022-23 में धीमी वृद्धि के बाद सामान्य से अधिक मानसून अनुमानों को देखते हुए कृषि क्षेत्र में सुधार की उम्मीद है। ऐसा जून में मानसून की धीमी प्रगति के बावजूद है। ग्रामीण क्षेत्रों में वृद्धि की गति को बनाए रखने के लिए कृषि में सुधार महत्वपूर्ण होगा।’’
विकासशील एशिया के विकास पूर्वानुमान के संबंध में एडीओ ने कहा कि इसे 2024 के लिए पांच प्रतिशत तक संशोधित किया गया है और 2025 के लिए 4.9 प्रतिशत पर कायम रखा गया है।
निहारिका
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)