जयपुर, 19 फरवरी राजस्थान के खैरथल-तिजारा जिले में कुछ लोगों को कथित तौर पर खुले में संदिग्ध गोमांस बेचते हुए पकड़ जाने के बाद किशनगढ़ बास पुलिस थाने के चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया और थाने के अन्य सभी स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी के अनुसार गोकशी और खुले में गोमांस बेचने की सूचना मिलने पर पुलिस की कई टीम ने इलाके में छापेमारी की और कुछ संदिग्धों को पकड़ा है।
पुलिस महानिरीक्षक जयपुर उमेश दत्ता ने बताया कि रेंज के चार जिलों में आज से शुरू हुए ‘‘घेराबंदी अभियान’’ के लिए कई टीम बनाई गई हैं।
किशनगढ़ बास इलाके में कथित तौर पर गोकशी और गोमांस बेचे जाने की सूचना के बाद पुलिस हरकत में आई और कई लोगों को हिरासत में लेकर संदिग्ध मांस बरामद किया।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमने कुछ मांस बरामद किया है जिसकी वैज्ञानिक जांच की जा रही है। कुछ संदिग्धों को पकड़ा गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।’’
अधिकारी ने बताया कि किशनगढ़ बास पुलिस थाने के चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है और थाने के अन्य सभी स्टाफ को पुलिस लाइन में लगा दिया गया है।
सूत्रों ने बताया कि एक सहायक उपनिरीक्षक, एक हेड कांस्टेबल और दो कांस्टेबल को निलंबित किया गया है जबकि थानेदार सहित अन्य को वहां से हटाया गया है। थाने में 38 पुलिसकर्मी थे।
उन्होंने कहा कि कथित तौर पर गोमांस बिक्री की शिकायतों पर कार्रवाई नहीं करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं। यह जांच संबंधित जिले से बाहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) स्तर के अधिकारी से करायी जायेगी।
जिस इलाके में तलाशी अभियान को अंजाम दिया गया वह हरियाणा की सीमा से सटा है और गो तस्करी के लिए कुख्यात है।
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