सांसद भगवंत मान को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाकर आप ने पंजाब में घोषित की अपनी ‘शराब नीति’: भाजपा
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने संगरूर के सांसद भगवंत मान को आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर आम आदमी पार्टी (आप) को आड़े हाथों लिया और कहा कि इस घोषणा के साथ ही राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी ने अपनी ‘‘शराब नीति’’ भी घोषित कर दी.
नयी दिल्ली, 18 जनवरी : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने संगरूर के सांसद भगवंत मान को आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर आम आदमी पार्टी (आप) को आड़े हाथों लिया और कहा कि इस घोषणा के साथ ही राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी ने अपनी ‘‘शराब नीति’’ भी घोषित कर दी. भाजपा महासचिव तरुण चुग ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि मुख्यमंत्री का फैसला जनता अपने मतों से करती है ना कि मिस्ड कॉल्स से. उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम की घोषणा के साथ ही आम आदमी पार्टी ने अपनी शराब नीति भी घोषित कर दी. जो पंजाब नशे से लड़ रहा है, उसे यह पार्टी नशे की तरफ धकेलना चाहती है.’’
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को घोषणा की कि पंजाब विधानसभा चुनाव में भगवंत मान पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे. ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री पद का चेहरा चुनने के लिए आप ने मिस्ड कॉल्स के जरिए ‘‘जनता चुनेगी अपना सीएम’’ नामक अभियान चलाया था. चुग ने कहा कि पंजाब की जनता तय करेगी कि नायक किसे बनाना है. उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘जिस व्यक्ति के खिलाफ उसी की पार्टी के दूसरे सहयोगी ने लिखित दरख्वास्त दी थी कि उसके साथ बैठना मुश्किल है, क्योंकि उसके मुंह से शराब की बदबू आती है.... ऐसे लोग पंजाब का क्या करेंगे यह जनता बखूबी जानती है और अपने वोटों से वह इसका जवाब देगी.’’ यह भी पढ़ें : रेलवे ने की 85 ट्रेनें रद्द, 22 आंशिक तौर पर रद्द, 12 रीशेड्यूल की गई, 10 कोहरे के कारण लेट
मान संगरूर से दो बार के लोकसभा सांसद और पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख है. पंजाब में चुनाव लड़ने वाले प्रमुख दलों में ‘आप’ एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसने अपने मुख्यमंत्री पद के चेहरे की घोषणा की है. गौरतलब है कि पंजाब की 117 सदस्यीय विधानसभा के लिए 20 फरवरी को मतदान होना है और मतगणना 10 मार्च को की जाएगी.