Donald Trump shooting: महिलाओं को पुलिस, सेना या गुप्त सेवा में नहीं होना चाहिए; ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले के बाद फीमेल सीक्रेट सर्विस एजेंट्स की भूमिका पर उठे सवाल- VIDEO
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले के बाद फीमेल सीक्रेट सर्विस एजेंट्स की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं. दरअसल, सोशल मीडिया पर इससे जुड़े कई वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं. इसमें देखा जा सकता है कि एक महिला सुरक्षाकर्मी हमले के दौरान अपने हथियार को नहीं संभाल पा रही है.
Donald Trump shooting: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले के बाद फीमेल सीक्रेट सर्विस एजेंट्स की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं. दरअसल, सोशल मीडिया पर इससे जुड़े कई वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं. इसमें देखा जा सकता है कि एक महिला सुरक्षाकर्मी हमले के दौरान अपने हथियार को नहीं संभाल पा रही है. वहीं दूसरी महिला सुरक्षाकर्मी राष्ट्रपति की सुरक्षा करने से ज्यादा अपने धूप के चश्मे को पहनने में व्यस्त है. इसी तरह एक अन्य वीडियो में दिख रहा है कि महिला एजेंट ट्रंप की पूरी तरह से रक्षा करने के लिए बहुत छोटी है, अगर कोई दूसरा शूटर होता, तो वह ट्रंप के सिर में गोली मार सकता था.
तीसरे वीडियो में देखा जा सकता है कि हमले के दौरान ट्रंप को बचाने के लिए जिस महिला सीक्रेट सर्विस एजेंट को आगे कूदना चाहिए और गोली का सामना करना चाहिए था, वह उनके पीछे छिप गई.
महिला सुरक्षाकर्मी हमले के दौरान अपने हथियार को नहीं संभाल पा रही
राष्ट्रपति की सुरक्षा की बजाय धूप के चश्मे को संभालती दिखी महिला सुरक्षाकर्मी
महिला एजेंट ट्रंप की पूरी तरह से रक्षा करने के लिए बहुत छोटी है
ट्रंप को बचाने के बजाय उनके पीछे छिप गई महिला सुरक्षाकर्मी
बार या नाइट क्लब की रखवाली के लिए बुरे लोगों को देखना पड़ता है, जबकि...
ट्रंप की सुरक्षा से जुड़े इन वीडियोज को शेयर करते हुए सोशल मीडिया यूजर तरह-तरह की बातें कह रहे हैं. 'एक्स' यूजर @SiddharthKG7 ने लिखा कि सेना या सुरक्षा बलों में महिलाओं के बारे में बहुत से लोग बहुत सी बातें कहते और सोचते हैं. यहां ट्रम्प की सुरक्षा करने वाली महिलाओं में कर्तव्य की भावना न के बराबर है. यूजर @VincentOshana ने लिखा कि मैं ईमानदारी से नहीं सोचता कि महिलाओं को सीक्रेट सर्विस एजेंट होना चाहिए. आप जितनी चाहें बकवास करें, लेकिन मुझे परवाह नहीं है. हमले के दौरान एक महिला को नहीं पता था कि अपने हथियार को कैसे रखना है और दूसरी को राष्ट्रपति की सुरक्षा करने से ज़्यादा अपने धूप के चश्मे पहनने की चिंता थी. यूजर @toole_micah ने लिखा कि महिलाओं को राष्ट्रपति की गुप्त सेवा में नहीं होना चाहिए. यहां महिला एजेंट ट्रंप की पूरी तरह से रक्षा करने के लिए बहुत छोटी है, अगर कोई दूसरा शूटर होता, तो वह उनका सिर लोगी से उड़ा देता.
यूजर @jakeshieldsajj ने लिखा कि महिलाओं को पुलिस, सेना या सीक्रेट सर्विस में नहीं होना चाहिए. जिनका एकमात्र काम ट्रंप के लिए आगे कूदना और गोली खाना था, वह उनके पीछे छिप गई. मैं उस लड़की को भी दोष नहीं दे रहा, लेकिन मैं उन लोगों को दोषी मानता हूं, जिन्होंने इन्हें काम पर रखा. यूजर @gregkellyusa ने लिखा कि एक बेवकूफ बार या नाइट क्लब की रखवाली करने के लिए आपको सबसे बड़े, सबसे बुरे लोगों को देखना पड़ता है. लेकिन एक राष्ट्रपति की रखवाली करने के लिए एक मासूम सी लड़की को रखा जाता है.
गौरतलब है कि बीते शनिवार को पेनसिल्वेनिया के बटलर में एक चुनावी रैली को संबोधित करने के दौरान ट्रंप पर जानलेवा हमला हुआ था. इस दौरान गोलियों को तड़तड़ाहट सुनाई दी और एक गोली ट्रंंप के कान को छूकर निकल गई. हालांकि, सीक्रेट सर्विस के एजेंट ने तुरंत ट्रंप को कवर कर लिया और उन्हें वहां से सुरक्षित स्थान पर ले गई थी.