Imran Khan on Back Foot: पाक PM इमरान खान की धमकी- पद छोड़ने के लिए मजबूर किया तो और भी खतरनाक हो जाऊंगा

पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. यही वजह है की सत्ताधारी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान ने रविवार को विपक्षी दलों को खुली चेतावनी दे डाली.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Photo Credits: Twitter)

इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. यही वजह है की सत्ताधारी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान ने रविवार को विपक्षी दलों को खुली चेतावनी दे डाली. पाकिस्तानी पीएम ने कहा कि अगर उन्हें (खान को) पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया तो वह और भी ज्यादा खतरनाक हो जाएंगे. इसके साथ ही खान ने विपक्ष की कोई भी बात मानने से इनकार कर दिया है. इमरान खान ने पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति पेश की

पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) द्वारा 23 मार्च को जुलूस निकालने की योजना पर पूछे गए सवाल के जवाब में खान ने कहा कि यह कदम विफल हो जाएगा. प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा, “अगर मैं सड़कों पर आ गया तो आप (विपक्ष) सबको छिपने की कोई जगह नहीं मिलेगी.” उन्होंने कहा कि अगर उन्हें पद छोड़ने पर मजबूर किया गया तो वह और भी ज्यादा खतरनाक हो जाएंगे.

इसी महीने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने देश की आर्थिक स्थिति और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के साथ समझौते को लेकर इमरान खान पर खूब निशाना सासाधा. उन्होंने खान को इस सदी का संकट बताया.

पाकिस्तान की नेशनल असेंबली को संबोधित करते हुए बिलावल ने कहा था, "हर सदी में एक संकट आता है और इस सदी का संकट इमरान खान है." उन्होंने कहा कि आईएमएफ के साथ सरकार के समझौते का देश पर विनाशकारी प्रभाव पड़ेगा. पीपीपी प्रमुख ने कहा, "जब आप कमजोर थे तब आप आईएमएफ में गए थे और आपने आईएमएफ के साथ कमजोर सौदा किया था. सौदे का बोझ हम नहीं उठाएंगे, इसका बोझ आम आदमी और गरीब लोग उठाएंगे." उन्होंने पाकिस्तान की संसद को चेतावनी दी कि वित्त विधेयक 2021 देश में 'मुद्रास्फीति की सुनामी' लाएगा.

उल्लेखनीय है कि इमरान खान ने कार्यकाल में पाकिस्तान में महंगाई चरम पर पहुंच गई है, जबकि विकास के नाम पर केवल कर्ज का बोझ बढ़ा है. नया पाकिस्तान का नारा देकर सत्ता में आई इमरान खान की सरकार देश की अर्थव्यवस्था सुधारने में पूरी तरह से नाकाम रही है. द न्यूज इंटरनेशनल ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि 17 अगस्त 2018 से, जब इमरान ने पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी, तब से देश में पेट्रोल की कीमतों में 55.22 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. इसी तरह से देश में खाने-पीने के सामान की कीमतें भी सातवें असमान पर है.

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