Drink Urine to Survive: अपना पेशाब पीकर 96 घंटे तक मौत से लड़ता रहा लड़का, मलबे से जिंदा निकाला गया बाहर
भूकंप के चार दिनों के बाद भूकंप के केंद्र रहे गैजियांतेप स्थित एक मकान की इमारत से बचाव कर्मियों ने 17 वर्षीय अदनान मुहम्मद कोरकुत को जिंदा निकाला. वह, 94 घंटे से मलबे में दबा था और अपना ही पेशाब पीकर जिंदा रहा.
Boy Survived By Drinking Urine After Turkey Earthquake: तुर्की और सीरिया में भूकंप से मरने वालों की संख्या 23 हजार पार हो गई है. तुर्किये के इस्केंदेरुन में बचावक्रमियों ने मलबे के नीचे 101 घंटे तक दबे रहे छह लोगों को शुक्रवार सुबह जिंदा निकाल लिया. Turkey Earthquake: तुर्किये में भूकंप के 100 घंटे बाद भी मलबे से जिंदा लोग निकाले जा रहे लोग, अबतक 20 हजार लोगों की मौत
भूकंप के चार दिनों के बाद भूकंप के केंद्र रहे गैजियांतेप स्थित एक मकान की इमारत से बचाव कर्मियों ने 17 वर्षीय अदनान मुहम्मद कोरकुत को जिंदा निकाला. वह, 94 घंटे से मलबे में दबा था और अपना ही पेशाब पीकर जिंदा रहा.
कोरकुत ने कहा, ‘‘ईश्वर का शुक्र है कि आप (बचावकर्मी) आए.’’ उसकी मां और अन्य ने उसे झुक कर तब चूमा जब कोरकुत को एंबुलेंस में ले जाया जा रहा था. इस बीच, अदियामान में बचावकर्मियों ने भूकंप में दबे रहने के करीब 105 घंटे बाद चार साल के योगिज कोमसु नामक बच्चे को जिंदा निकाला. बचाव कार्य का सजीव प्रसारण करने वाले हाबेर तुर्क के मुताबिक बच्चे को निकालने के बाद उसकी मां को मलबे से निकाले की कोशिश शुरू कर दी गई है. बचाव कर्मियों ने बच्चे को बाहर निकालने के बाद भीड़ से खुशी में शोर नहीं मचाने को कहा क्योंकि बच्चा सहमा हुआ था.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तुर्की अक्सर भूकंप आते रहते हैं. साल 1999 में आए भूकंप में लगभग 18 हजार लोग मारे गए थे और 45,000 से अधिक घायल हुए थे. गोलकुक और ड्यूज प्रांतों में 7.4 और 7.0 तीव्रता के दो भूकंप आए थे. वहीं 2011 में फिर पूर्वी शहर वैन में 7.1 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 500 से अधिक लोग मारे गए थे. वहीं इस बार अब तक 20000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.