दक्षिण कोरिया की नौसेना ने शुरू किया 2 दिवसीय युद्धाभ्यास, वायु सेना और थल सेना भी लेगी भाग
दक्षिण कोरिया के सैन्य बलों ने अपने सबसे पूर्वी डोकडो द्वीप की रक्षा के लिए रविवार से दो दिवसीय सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया. दक्षिण कोरिया ने अपना यह आक्रमक रुख पूर्वी सागर पर जापान के दावे के खिलाफ अपनाया है. अभ्यास में नौसेना, वायु सेना और थल सेना भाग लेंगी, जिनमें युद्धपोत, युद्धक विमान के साथ-साथ सेना होगी. पिछले साल जून और दिसंबर में युद्धाभ्यास दो दिन तक चला था.
सियोल : दक्षिण कोरिया (South Korea) के सैन्य बलों ने अपने सबसे पूर्वी डोकडो द्वीप की रक्षा के लिए रविवार से दो दिवसीय सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया. दक्षिण कोरिया ने अपना यह आक्रमक रुख पूर्वी सागर पर जापान (Japan) के दावे के खिलाफ अपनाया है. समाचार एजेंसी योनहाप के अनुसार, सेना ने घोषणा करते हुए कहा कि अभ्यास में नौसेना, वायु सेना और थल सेना भाग लेंगी, जिनमें युद्धपोत, युद्धक विमान के साथ-साथ सेना होगी.
युद्धाभ्यास साल में दो बार होती है, जो आम तौर पर जून और दिसंबर में होती है. लेकिन इस साल युद्धाभ्यास जापान से तनाव बढ़ने के कारण पहले कर दिया गया है. डोकडो को अपनी सीमा में बताने का दावा कर रहे जापान ने युद्धाभ्यास का विरोध किया था.
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नौसेना के एक अधिकारी ने कहा, "डोगडो समेत पूर्वी सागर में देश की सीमाओं की रक्षा करने की प्रतिबद्धता जताते हुए शुरू किए गए युद्धाभ्यास की महत्ता और व्यापकता देखते हुए सेना ने इसे 'ईस्ट सी टेरीटरी डिफेंस एक्सरसाइज' नाम दिया है." दक्षिण कोरिया ने डोकडो युद्धाभ्यास 1986 में शुरू किया था. पिछले साल जून और दिसंबर में युद्धाभ्यास दो दिन तक चला था.