काम आई इमरान खान की पहली विदेश यात्रा, पाकिस्तान को पैसे देने के लिए राजी हुआ सऊदी अरब

पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान की पहली विदेश यात्रा पाकिस्तानियों के लिए गुड न्यूज़ लेकर आई. दरअसल इमरान खान हाल ही में सऊदी अरब के दौरे पर गए थे. जिसके परिणामस्वरूप सऊदी अरब की सरकार ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) में पैसे लगाने के लिए तैयार हो गया है. इसके लिए दोनों देशों ने तीन करार पर हस्ताक्षर किए हैं.

सऊदी किंग सलमान और इमरान खान (Photo Credits: Twitter)

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान की पहली विदेश यात्रा पाकिस्तानियों के लिए गुड न्यूज़ लेकर आई. दरअसल इमरान खान हाल ही में सऊदी अरब के दौरे पर गए थे. जिसके परिणामस्वरूप सऊदी अरब की सरकार ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) में पैसे लगाने के लिए तैयार हो गया है. इसके लिए दोनों देशों ने तीन करार पर हस्ताक्षर किए हैं.

प्रमुख पाकिस्तानी न्यूज़पेपर ‘डॉन’ की खबर के मुताबिक, चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के तहत सड़क व ऊर्जा संबंधी तीन परियोजनाओं को धन मुहैया करने के लिए सऊदी और पाकिस्तान के बीच तीन करार हुए. जिसपर सऊदी अरब के राजदूत और पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय के अधिकारियों ने हस्ताक्षर किए. इस खबर पर पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने मुहर लगाई.

यह भी पढ़े- कंगाल पाकिस्तान ने पैसे जुटाने के लिए ढूंढी नई तरकीब, प्रधानमंत्री आवास की बेच डाली 8 भैंसे 

गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में फवाद ने कहा, "प्रधानमंत्री इमरान खान के सऊदी अरब के दौरे के समय बनी सहमति के अनुसार यह करार किए गए हैं." मंत्री ने कहा, "तीन बड़े करारों पर हस्ताक्षर के साथ पहला कदम उठाया गया है. दोनों देशों के बीच रिश्तों को लेकर यह शुभ संकेत व सकारात्मक कदम है."

ज्ञात हो कि पाकिस्तान भारी आर्थिक संकट से जूझ रहा है. इमरान सरकार को चीन से लिए गए कर्ज पर प्रतिदिन अरबों रुपए का ब्याज चुकाना पड़ रहा है. इस वजह से पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार भी खाली होने के कगार पर पहुंच गया है. इसलिए अब इमरान खान सऊदी अरब की शरण में जाने के लिए मजबूर हो गए है.

हाल ही में पाकिस्तान सिविल सर्विसेज कर्मचारियों को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा था कि पाकिस्तान पर 300 खरब रुपए का कर्ज है और देश को बचाने के लिए जवाबदेही बहुत जरुरी है. और यदि जवाबदेही नहीं होगी तो देश को बचाया नहीं जा सकता है.

यह भी पढ़े- क्या चीन से पीछा छुड़ाने के लिए सऊदी की शरण में पहुंचे हैं इमरान खान? 

बता दें की सीपीईसी प्रोजेक्ट चीन के सीक्यांग प्रांत को पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह से जोड़ेगा. चीन अपनी महात्वाकांक्षी परियोजना बेल्ट ऐंड रोड के तहत बनाए जा रहे सीपीईसी की आड़ में पाकिस्तान में अपने पांव जमा रहा है. चीन पाकिस्तान में पाइपलाइन, रेलवे समेत कई तरह के नेटवर्क में निवेश कर रहा है. चीन ने इस तरह के अपने 39 महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट बनाए हैं जिनमें से करीब 19 प्रोजेक्ट अब तक वह पेश कर चुका है. इसके लिए 2015 से अब तक चीन करीब 18.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का खर्चा कर चुका है.

Share Now

\