पाकिस्तान विदेश विभाग का बयान, कहा- करतारपुर कॉरिडोर पर तकनीकी स्तर की वार्ता के दौरान हुई अच्छी प्रगति

पाकिस्तान के विदेश विभाग ने कहा कि पाकिस्तानी और भारतीय प्रतिनिधियों के बीच करतारपुर कॉरिडोर पर तकनीकी स्तर की वार्ता के दौरान अच्छी प्रगति हुई. शुक्रवार को जीरो पॉइंट के नाम से लोकप्रिय सीमा पर वार्ता हुई और चर्चा के दौरान अच्छी प्रगति हुई. रावी नदी के उस तरफ स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारा सिख धर्म का बहुत बड़ा तीर्थ स्थल है.

करतारपुर कॉरिडोर (Photo Credits: IANS)

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के विदेश विभाग (एफओ) ने कहा कि पाकिस्तानी और भारतीय प्रतिनिधियों के बीच करतारपुर कॉरिडोर (Kartarpur Corridor) पर तकनीकी स्तर की वार्ता के दौरान अच्छी प्रगति हुई. एक मीडिया रिपोर्ट में शनिवार को यह जानकारी दी गई.

विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने डॉन न्यूज से पुष्टि करते हुए कहा कि शुक्रवार को जीरो पॉइंट के नाम से लोकप्रिय सीमा पर वार्ता हुई और चर्चा के दौरान अच्छी प्रगति हुई. एक सूत्र ने कहा कि भारतीय सिख तीर्थयात्रियों के करतारपुर साहिब में गुरुद्वारा जाने के लिए वीजा-रहित कॉरीडोर के निर्माण से संबंधित ज्यादातर तकनीकी मामले सुलझा लिए गए हैं और नवंबर में गुरुनानक देव की 550वीं जयंती के मौके पर इसके उद्घाटन के लिए तैयारी चल रही है.

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तकनीकी स्तर की वार्ता भारत गुरदासपुर जिले में स्थित तीर्थस्थल डेरा बाबा नानक को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारा को जोड़ने वाले 4.2 किलोमीटर के गलियारे और सीमा-पार चौकियों के निर्देशों को साझा करने तथा निर्माण संबंधी अन्य मामलों से संबंधित थी.

सूत्रों ने कहा कि शेष मुद्दों पर चर्चा के लिए दोनों पक्ष जल्दी मिलेंगे. जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाने के नई दिल्ली के निर्णय के बाद दोनों देशों के बीच यह पहली बैठक हुई थी.

रावी नदी के उस तरफ स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारा वहां स्थित हैं, जहां सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम दिन बिताए थे. सिख धर्म में यह स्थान बहुत बड़ा तीर्थ स्थल है.

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