इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) की इमरान खान (Imran Khan) सरकार का एक बार फिर दोगला चेहरा दुनिया के सामने बेनकाब हुआ है. पाकिस्तान अपने अवैध कब्जे वाले गिलगित-बाल्टिस्तान (Gilgit-Baltistan) में व्यापारियों के साथ जोर जबरदस्ती पर उतर आया है. दरअसल पूरे पाकिस्तान के बाजार खुले हुए है, जबकि यहां का प्रमुख बाजार जबरन बंद करवाया गया है. जिसके खिलाफ स्थानीय व्यापारियों ने प्रदर्शन भी किया है.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र में एनएलआई (NLI) बाजार के व्यापारियों का कहना है कि उनके साथ स्थानीय प्रशासन भेदभाव कर रहा है. एक व्यापारी ने कहा कि पाकिस्तान के अन्य सभी बाजार खुले हैं लेकिन हमें बंद करने को कहा गया है. क्या हम इंसान नहीं हैं? क्या हमारे बच्चे नहीं हैं? गिलगित-बाल्टिस्तान पर पाक सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भारत ने किया कड़ा विरोध, कहा ‘पीओके से तुरंत हटाए अवैध कब्जा’
Pakistan Occupied Kashmir (POK): Traders of the NLI market in Gilgit-Baltistan region say they are being discriminated against by local administration. A trader says, "All other markets are open but we have been forced to stay closed. Are we not humans? Don't we have children?". pic.twitter.com/053vXyBlS7
— ANI (@ANI) May 13, 2020
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते चले जा रहा है. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 33 हजार के करीब पहुंच चुका है. भारत के पड़ोसी देश में इस वैश्विक महामारी से 733 लोगों की मौत हो चुकी है. पाकिस्तान का सिंध और पंजाब प्रांत कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित है. अमेरिका-चीन के झगड़े में पाकिस्तान का होगा बुरा हाल? पाई-पाई के लिए हो सकता है मोहताज
महामारी के खतरे को देखते हुए इमरान सरकार ने पाकिस्तान को लॉकडाउन करने का फैसला किया था. हालांकि खस्ताहाल अर्थव्यवस्था से मजबूर होकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को लॉकडाउन में ढील देना पड़ गया. क रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को 1.6 से 6.1 करोड़ डॉलर तक का नुकसान उठाना पड़ सकता है. परिणामस्वरूप आने वाले समय में पाकिस्तान के सामने भयंकर आर्थिक संकट उत्पन्न होने वाला है.