अमेरिका, मार्च : अमेरिका (America) के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन (Antoine Blinken) और रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन उत्तर कोरिया और अन्य क्षेत्रीय मुद्दों पर जापान और दक्षिण कोरिया से बात करने के लिए एशिया गए हैं, जिसके बाद उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने मंगलवार को यह बयान जारी किया. दोनों मंत्री तोक्यो में मंगलवार को वार्ता करेंगे और अगले दिन सियोल में अधिकारियों से मिलेंगे. उत्तर कोरिया के अंतर-कोरियाई मामले संभालने वाली किम यो जोंग (Kim yo jong) ने कहा कि वह इस मौके का इस्तेमाल अमेरिका के नए प्रशासन को सलाह देने के लिए भी करना चाहेंगी, जो उन्हें उकसाने के लिए काफी उतारू है. किम यो जोंग ने कहा, ‘‘अगर वह अगले चार साल तक आराम से सोना चाहते हैं, तो उनके लिए अच्छा होगा कि पहला ही कदम ऐसा ना उठाएं, जिससे कोई अप्रिय स्थिति उत्पन्न हो.’’
बाइडन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर शनिवार को बताया था कि अमेरिकी अधिकारियों ने पिछले कुछ महीनों में कई माध्यमों के जरिए उत्तर कोरिया से सम्पर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है. वहीं, किम यो जोंग ने यह भी कहा कि उत्तर कोरिया को अगर दक्षिण कोरिया के साथ सहयोग नहीं करना है, तो वह सैन्य तनाव को कम करने के लिए हुए 2018 के द्विपक्षीय समझौते से बाहर आने पर विचार करेगा और अंतर-कोरियाई संबंधों को संभालने के लिए गठित एक दशक पुरानी सत्तारूढ़ पार्टी इकाई को भी भंग कर देगा. यह भी पढ़ें : AstraZeneca Vaccine: फ्रांस-जर्मनी समेत कई अन्य यूरोपीय देशों में एस्ट्राजेनेका वैक्सीन पर लगी रोक
प्योंगयांग के आधिकारिक समाचार पत्र ‘रोदोंग सिनमन’ में प्रकाशित बयान के अनुसार, उन्होंने कहा, ‘‘ हम दक्षिण कोरिया के व्यवहार और उसके रुख पर नजर रखेंगे. अगर उसका व्यवहार और उकसाने वाला हुआ, तो हम असाधारण कदम उठाएंगे.’’
गौरतलब है कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच वार्षिक सैन्य अभ्यास पिछले सप्ताह शुरू हुआ था, जो बृहस्पतिवार तक चलेगा. किम यो जोंग ने कहा कि एक छोटा अभ्यास भी उत्तर कोरिया के प्रति द्वेषभाव है. इससे पहले भी कई बार, उत्तर कोरिया इस सैन्य अभ्यास को आक्रमण की तैयारी बता चुका है और इसका जवाब मिसाइल परीक्षण करके दे चुका है.