इमरान खान ने अपनी नीतियों की आलोचना करने वाले कवि को बीच में ही रोका
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए ताजिक की राजधानी दुशांबे में पाकिस्तान-ताजिकिस्तान व्यापार मंच को संबोधित करने के बाद उनकी नीतियों की आलोचना करने वाले एक कवि को बीच में ही रोक दिया. जियो टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को एक प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान, एक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री की आलोचनात्मक कविता सुनाना शुरू कर दिया.
नई दिल्ली/दुशान्बे, 17 सितम्बर: पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए ताजिक की राजधानी दुशांबे में पाकिस्तान-ताजिकिस्तान व्यापार मंच को संबोधित करने के बाद उनकी नीतियों की आलोचना करने वाले एक कवि को बीच में ही रोक दिया. जियो टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को एक प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान, एक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री की आलोचनात्मक कविता सुनाना शुरू कर दिया. यह भी पढ़े: पाकिस्तान की सत्ताधारी पीटीआई ने आलोचनाओं पर नकेल कसने के लिए 'फर्जी खबर' को बनाया हथियार
दर्शकों के बीच पाकिस्तानी व्यक्ति ने कहा, मेरे पास आपके लिए एक कविता है, (जो इस प्रकार है) 'इतने जालिम न बनो' (इतना अन्यायी मत बनो. इमरान भाई, यह तुम्हारे लिए है. रिपोर्ट में कहा गया है, अब आप एक कैदी बन गए हैं. जब आप कंटेनर पर (विरोध) करते थे तो आप महान हुआ करते थे. अभी, हमें यकीन नहीं हो रहा है कि आपने खुद को किस चीज में शामिल कर लिया है.
पहले तो सरकारी पाकिस्तान टेलीविजन (पीटीवी) ने उनकी कविता काट दी और फिर खान ने उन्हें बीच में ही रोक दिया. प्रधानमंत्री ने कहा, कृपया व्यापार से जुड़े मामलों के बारे में बात करें. हम कविता के लिए बाद में भी समय निकाल सकते हैं. इमरान खान वर्तमान में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के राष्ट्राध्यक्षों की परिषद 2021 में भाग लेने के लिए ताजिकिस्तान में हैं और उनके साथ कपड़ा, खनिज, दवा, रसद और अन्य सहित कई क्षेत्रों की 67 कंपनियों के प्रतिनिधियों सहित एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल है.