Imran Khan: ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी का चांसलर बनना चाहते हैं पाकिस्तान के पूर्व PM इमरान खान, जेल के अंदर से किया आवेदन
पाकिस्तान की जेल में बंद तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में चांसलर पद के लिए आवेदन किया है. उनकी पार्टी ने सोमवार को यह जानकारी दी है.
Imran Khan: पाकिस्तान की जेल में बंद तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में चांसलर पद के लिए आवेदन किया है. उनकी पार्टी ने सोमवार को यह जानकारी दी है. पीटीआई ने एक्स पर लिखा कि पाकिस्तान के राष्ट्रीय नायक और पूर्व पीएम इमरान खान जेल में रहते हुए ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के चांसलर पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. वह क्रिकेट के एक दिग्गज खिलाड़ी और एक परोपकारी व्यक्ति हैं. एक साल से अधिक समय तक अवैध रूप से जेल में रहने के बावजूद, खान अपने सिद्धांतों और अपने द्वारा समर्थित उद्देश्यों के प्रति प्रतिबद्ध हैं. जुल्फी बुखारी ने पुष्टि की है कि आवेदन औपचारिक रूप से प्रस्तुत किया गया है।
ऑक्सफोर्ड के पूर्व छात्र पीटीआई प्रमुख ने अपनी पार्टी के लंदन स्थित प्रवक्ता सईद जुल्फिकार बुखारी के माध्यम से प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के अगले चांसलर बनने के लिए औपचारिक रूप से अपना अनुरोध प्रस्तुत किया है. जानकारी के मुताबिक, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के चांसलर के 10 वर्षीय कार्यकाल के लिए उम्मीदवारों की सूची अक्टूबर तक गोपनीय रहेगी, जैसा कि विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर बताया गया है. इस पद के लिए मतदान उस महीने के अंत में होने वाला है.
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी का चांसलर बनना चाहते हैं पाकिस्तान के पूर्व PM इमरान खान
अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, इमरान खान ने 1975 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र, राजनीति और अर्थशास्त्र में डिग्री के साथ स्नातक किया था. वे पाकिस्तान में एक प्रमुख क्रिकेट खिलाड़ी के रूप में भी जाने जाते रहे हैं. उस दौरान उनके करियर से जुड़ी खबरें अक्सर ब्रिटिश पत्रिकाओं में भी छपती थी. उन्होंने ब्रिटिश सोशलाइट और फिल्म निर्माता जेमिमा गोल्डस्मिथ से तीन बार शादी की है, जिन्होंने 2005 से 2014 तक ब्रैडफोर्ड विश्वविद्यालय के चांसलर के रूप में कार्य किया. अपने क्रिकेट करियर के बाद उन्होंने पॉलिटिक्स ज्वाइन की और 2018 से 2022 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया. 2022 में विश्वास मत हासिल करने में विफल रहने के बाद खान ने प्रधानमंत्री के रूप में अपना पद खो दिया.
इसके बाद पिछले साल अगस्त में, इमरान खान को भ्रष्टाचार और हिंसा भड़काने सहित विभिन्न आरोपों में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. उनका आरोप है कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत सत्ता में आने से रोका जा रहा है.