US-China Relations: डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को अपने शपथ ग्रहण में आने का न्योता दिया

डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को 20 जनवरी को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया है, लेकिन उनकी उपस्थिति को लेकर पुष्टि नहीं हुई है.

अमेरिका के राष्ट्रपति-चुनाव डोनाल्ड ट्रंप ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को 20 जनवरी को होने वाले अपने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया है. अमेरिकी समाचार चैनल CBS ने सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है.

शी जिनपिंग को नवंबर में भेजा गया निमंत्रण 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप ने यह न्योता नवंबर में चुनाव जीतने के तुरंत बाद भेजा था. हालांकि, यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि चीनी राष्ट्रपति इस निमंत्रण को स्वीकार करेंगे या नहीं. वाशिंगटन स्थित चीनी दूतावास ने इस पर किसी प्रकार की प्रतिक्रिया देने से इनकार किया है.

कई वैश्विक नेताओं को आमंत्रण 

डोनाल्ड ट्रंप की टीम जनवरी में कैपिटल हिल पर होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के लिए कई वैश्विक नेताओं को आमंत्रित कर रही है. हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओरबान, जो हाल ही में ट्रंप से मिलने मार-ए-लागो गए थे, ने भी इस समारोह में शामिल होने पर विचार कर रहे हैं. ट्रंप की प्रवक्ता कैरोलिन लेविट के अनुसार, "दुनियाभर के नेता ट्रंप से मिलने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें विश्वास है कि वे अमेरिका की ताकत से वैश्विक शांति बहाल करेंगे."

चीन से संबंधों पर बढ़ती तनातनी 

निमंत्रण के बीच, ट्रंप और चीन के बीच तनाव बढ़ता दिख रहा है. ट्रंप ने चीनी आयातित वस्तुओं पर टैक्स बढ़ाने की धमकी दी है. इसके अलावा, उन्होंने TikTok की चीनी कंपनी बाइटडांस को 19 जनवरी तक अपने प्लेटफॉर्म को बेचने का अल्टीमेटम दिया है, अन्यथा इसे अमेरिका में बैन कर दिया जाएगा. TikTok ने इस प्रतिबंध के खिलाफ अदालत में अपील की है.

ऐतिहासिक राजनीतिक वापसी 

2024 के राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप ने 295 इलेक्टोरल वोट्स के साथ डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस को हराकर दूसरी बार व्हाइट हाउस में वापसी की है. यह अमेरिकी इतिहास में दूसरी बार हुआ है जब किसी राष्ट्रपति ने गैर-लगातार दो कार्यकालों के लिए चुना गया हो. इससे पहले 1884 और 1892 में ग्रोवर क्लीवलैंड ने यह इतिहास रचा था. ट्रंप इससे पहले 2016 से 2020 तक अमेरिका के राष्ट्रपति रह चुके हैं.

ट्रंप का यह शपथ ग्रहण समारोह अमेरिका और चीन के तनावपूर्ण संबंधों और वैश्विक राजनीतिक समीकरणों के बीच खासा चर्चा में है.

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