भारतीय साड़ियां जला दें, मसाले न खाएं... बांग्लादेश में चल रहे India Out कैंपेन से जूझ रहीं PM शेख हसीना का विपक्ष को जवाब
PM शेख हसीना ने कहा- उनकी (विपक्षी नेता) पत्नियों के पास कितनी भारतीय साड़ियां हैं? जब वो लोग अपने पार्टी ऑफिस के बाहर अपनी बीवियों की साड़ियां जलाएंगे, तभी ये साबित होगा कि वो भारत में बनी चीजों का बॉयकॉट कर रहे हैं.
बांग्लादेश में विपक्ष भारतीय उत्पादों के बहिष्कार पर उतर आया है. प्रधानमंत्री शेख हसीना के विरोधी Boycott India कैंपेन चला रहे हैं. यह कैंपेन बांग्लादेश नेशनल पार्टी (BNP) लंबे समय से चला रही है लेकिन बांग्लादेश में शेख हसीना की जीत के बाद विपक्ष ने इसे और तेज कर दिया है. विपक्ष के भारत बहिष्कार कैंपेन का प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) जोरदार विरोध कर रही हैं. भारत से घनिष्ठ मित्रता के संबंध रखने वाली पीएम हसीना ने इस विरोध के बीच विपक्ष को भारतीय साड़ियां जलाने के लिए कहा है. India-China Border Dispute: चीन ने भारत के खिलाफ फिर की गुस्ताखी, अरुणाचल प्रदेश में 30 जगहों के बदले नाम.
बांग्लादेश में विपक्षी पार्टियों के 'इंडिया आउट' कैंपेन को लेकर प्रधानमंत्री शेख हसीना ने चुप्पी तोड़ी है. मंगलवार को बांग्लादेश के तेजगांव में आवामी लीग के पार्टी ऑफिस में एक कार्यक्रम के दौरान हसीना ने विपक्ष पर तंज कसा. PM शेख हसीना ने कहा- उनकी (विपक्षी नेता) पत्नियों के पास कितनी भारतीय साड़ियां हैं? जब वो लोग अपने पार्टी ऑफिस के बाहर अपनी बीवियों की साड़ियां जलाएंगे, तभी ये साबित होगा कि वो भारत में बनी चीजों का बॉयकॉट कर रहे हैं.
शेख हसीना का साड़ी प्रेम
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना हर मौके पर साड़ी दिखती हैं. दुनियाभर में जब वो कहीं जाती हैं तो साड़ियों को बतौर पर गिफ्ट भी देती हैं. इसे शेख हसीना की साड़ी डिप्लोमेसी कहा जाता है. शेख हसीना पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पत्नी से लेकर PM मोदी की मां और ममता बनर्जी तक को साड़ी दे चुकी हैं.
बांग्लादेशी प्रधानमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि बीएनपी नेता और उनकी पत्नियां भारत से साड़ियां खरीदकर बांग्लादेश में बेचती थीं. हसीना ने आरोप लगाया, "जब बीएनपी सत्ता में थी, मैंने उनके नेताओं की पत्नियों को समूहों में भारतीय साड़ियां खरीदने के लिए भारत आते देखा था. वे बांग्लादेश में साड़ियां बेचती थीं."
भारतीय मसाले भी न खाए विपक्ष
शेख हसीना ने भारतीय साड़ी के साथ भारतीय मसालों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, "मेरा एक और सवाल है. हम भारत से 'गरम मसाला', प्याज, लहसुन, अदरक और कई अन्य चीजें आयात कर रहे हैं. वे (बीएनपी नेता) भारतीय मसालों के बिना खाना क्यों नहीं बनाते? उन्हें इनके बिना खाना बनाना और खाना चाहिए."
भारत से क्यों खफा है बांग्लादेश का विपक्ष
बांग्लादेश में विपक्षी पार्टियां लोगों के बीच ये मैसेज पहुंचाना चाहती हैं कि भारत की वजह से ही शेख हसीना को चुनाव में बार-बार जीत मिलती है. बांग्लादेश का विपक्ष मालदीव की तरह इंडिया आउट कैंपेन का सहारा लेकर एक मूवमेंट खड़ी करना चाहता है ताकि वो लोगों को एकजुट कर शेख हसीना को सत्ता से बेदखल कर पाए.
17 जनवरी को शुरू हुआ था बायकॉट इंडिया मूवमेंट
17 जनवरी को बांग्लादेश में आम चुनाव के साथ बायकॉट इंडिया या इंडिया आउट कैंपेन शुरू हुआ था. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए कुछ एक्टिविस्ट ग्रुप और छोटे राजनीतिक दलों ने इसकी शुरुआत की और देश के लोगों से भारतीय सामानों और सेवाओं के बायकॉट की अपील की. साथ ही लोगों से देश में बने प्रोडक्ट्स को खरीदने और उन्हें बढ़ावा देने की अपील भी की.
चुनावों के ठीक बाद जब हसीना ने जीत हासिल की और बीएनपी ने यह दावा करते हुए बहिष्कार किया कि यह चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष नहीं था.