संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने की Covid-19 के खिलाफ लड़ाई में मानव अधिकारों की रक्षा करने की अपील
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में मानव अधिकारों की रक्षा करने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा सरकारों को चाहिए कि वह पहले से अधिक पारदर्शी, उत्तरदायी और लोगों के प्रति जवाबदेह रहे. हम सभी यह कर सकते हैं कि हम यह न भूले कि खतरा वायरस है, लोग नहीं.
संयुक्त राष्ट्र, 24 अप्रैल: संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) ने कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी के खिलाफ लड़ाई में मानव अधिकारों की रक्षा करने की आवश्यकता पर बल दिया. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने महामारी के जवाब में मानवाधिकारों के महत्व पर संक्षिप्त नीति के शुभारंभ के लिए गुटेरेस के गुरुवार को जारी एक वीडियो संदेश के हवाले से कहा, "कोविड-19 संक्रमण एक पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी है. लेकिन यह महामारी इससे कहीं अधिक आर्थिक, सामाजिक और एक मानव संकट है, जो तेजी से वुमन राइट्स क्राइसिस बनता जा रहा है."
पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी पर कुछ देशों में बढ़ती नैतिकता-राष्ट्रवाद, लोकलुभावनवाद, अधिनायकवाद और मानवाधिकारों की नजर अंदाजी महामारी से संबंधित उद्देश्यों के लिए दमनकारी उपाय अपने की ओर संकेत कर सकती है, इसके जवाब में गुटेरेस ने कहा, "यह अस्वीकार्य है."
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उन्होंने कहा, "सरकारों को चाहिए कि वह पहले से अधिक पारदर्शी, उत्तरदायी और लोगों के प्रति जवाबदेह रहे. नागरिक स्थान और प्रेस स्वतंत्रता महत्वपूर्ण हैं. सिविल सोसाइटी संगठनों और निजी क्षेत्र के लिए आवश्यक भूमिकाएं हैं." उन्होंने कहा, "हम सभी यह कर सकते हैं कि हम यह न भूले कि खतरा वायरस है, लोग नहीं."