पश्चिमी एशिया में एक बार फिर तनाव बढ़ गया है. ईरान ने आधीरात को इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन अटैक किए हैं. ईरान ने इजरायल पर 300 से ज्यादा अलग-अलग तरह के ड्रोन हमले किए हैं इनमें किलर ड्रोन से लेकर बैलिस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइलें शामिल हैं. ईरान ने यमन, सीरिया और इराक से इज़राइल के सैन्य ठिकानों पर बड़ा हमला किया है. इस हमले की अमेरिका ने कड़ी निंदा की है.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साफ शब्दों में कहा है कि इज़राइल की सुरक्षा के लिए अमेरिका उसके साथ डटकर खड़ा है. पिछले हफ्ते ही अमेरिका ने इज़राइल की मदद के लिए अपने लड़ाकू विमान और मिसाइल-रोधी जहाज क्षेत्र में भेज दिए थे. इसी का नतीजा है कि इज़राइल ईरान के लगभग सभी ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराने में कामयाब रहा.
I condemn Iran's attacks in the strongest possible terms and reaffirm America’s ironclad commitment to the security of Israel.
My full statement on Iran’s attacks against Israel: pic.twitter.com/EuPJZoGw6w
— President Biden (@POTUS) April 14, 2024
बाइडेन ने इज़राइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात करके उन्हें अमेरिका के समर्थन का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा है कि इज़राइल ने अपनी रक्षा क्षमता का लोहा मनवाया है और अपने दुश्मनों को साफ संदेश दिया है कि वे उसकी सुरक्षा को खतरे में नहीं डाल सकते.
अमेरिका चुप नहीं बैठने वाला. बाइडेन ने G7 देशों के नेताओं की बैठक बुलाई है ताकि ईरान के इस हमले पर एकजुट होकर जवाब दिया जा सके. अमेरिका क्षेत्र के सभी देशों से बातचीत कर रहा है और इज़राइल के नेताओं के साथ लगातार संपर्क में है.
अमेरिका ने यह भी साफ कर दिया है कि अगर उसके लोगों या ठिकानों पर हमला हुआ तो वह चुप नहीं बैठेगा और अपनी रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा.