पेरिस: वर्ल्ड नंबर-1 रोमानिया की सिमोना हालेप ने साल के दूसरे ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट फ्रेंच ओपन का खिताब अपने नाम कर लिया है. हालेप ने शनिवार को खेले गए महिला एकल वर्ग के फाइनल में अमेरिका की स्लोन स्टीफंस को मात देकर अपना पहला ग्रैंड स्लैम खिताब जीता. हालेप ने वर्ल्ड नंबर-10 स्टीफंस को दो घंटे तीन मिनट चले खिताबी मुकाबले में 3-6, 6-4, 6-1 से मात दी. वह 1978 में वर्जीनिया रुजिकि के बाद ग्रैंड स्लैम जीतने वाली रोमानिया की दूसरी महिला खिलाड़ी हैं. रुजिकि इस समय हालेप की कोच हैं.
यह हालेप का तीसरा फ्रेंच ओपन फाइनल था, जिसमें वह जीत हासिल करने में सफल रहीं. इससे पहले हालेप 2014 और 2017 में फ्रेंच ओपन के फाइनल में पहुंची थी, लेकिन जीत हासिल नहीं कर पाई थीं. इस बार भी पहला सेट गंवाने के बाद लग रहा था कि स्टीफंस बाजी मार ले जाएंगी, लेकिन हालेप ने शानदार वापसी करते हुए अपने ग्रैंड स्लैम के सूखे को खत्म किया. वह नंबर-1 रहते हुए फ्रेंच ओपन जीतने वाली चौथी महिला खिलाड़ी हैं.
हालेप का यह कुल चौथा ग्रैंड स्लैम फाइनल था. उन्होंने इसी साल ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में भी प्रवेश किया था, लेकिन डेनमार्क की कैरोलिना वोज्नियाकी से हार गईं थीं.
वहीं पिछले साल अमेरिका ओपन का खिताब अपने नाम कर चुकीं स्टीफंस दूसरे ग्रैंड स्लैम खिताब से चूक गईं. स्टीफंस ने पहले सेट में शानदार खेल दिखाया और 6-3 से जीत कर अपनी दूसरी खिताबी जीत को जिंदा कर दिया.
हालेप ने दूसरे सेट में वापसी की और पहला गेम अपने नाम कर लिया. स्टीफंस ने इसके बाद लगातार दो गेम जीतकर स्कोर 2-1 कर दिया, लेकिन हालेप ने पासा पलटा और वह 5-4 से आगे हो गईं और फिर अगला गेम जीतकर मुकाबले को तीसरे सेट में ले गईं.
तीसरा सेट एकतरफा रहा, जहां हालेप ने 5-0 की बढ़त ले ली. स्टीफंस ने इस बीच एक गेम जीता, लेकिन अगला गेम जीतकर हालेप ने खिताब पर कब्जा जमाया.
खिताबी जीत के बाद हालेप ने कहा, "पिछला साल काफी भावुक था. मैं इस पल का 14 साल की उम्र से इंतजार कर रही थी. मैं चाहती थी की फ्रांस में यह पल आए. स्लोन को बधाई. उन्होंने शानदार खेल खेला. मैं भरोसे के साथ कह सकती हूं कि आप कई फाइनल खेलेंगी."
हालेप ने कहा, "मैंने दर्शकों की भीड़ में रोमानिया का झंडा देखा था. मैं अपने परिवार, दोस्तों और अपने सभी प्रशंसकों का शुक्रिया अदा करती हूं."
उप-विजेता स्टीफंस ने कहा, "सिमोना को पहले ग्रैंड स्लैम के लिए बधाई. मैं किसी और से नहीं नंबर-1 खिलाड़ी से हारी हूं. मैं अपनी टीम का मेरा साथ देने के लिए शुक्रिया अदा करती हूं."