भारतीय ओलंपिक एसोसिएशन की अध्यक्ष डॉ. पी.टी. उषा के एशियाई खेलों में योग को शामिल करने के फैसले का खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने स्वागत किया है. खेल मंत्रालय ने देश में योगासन को एक प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में प्रोत्साहित और विकसित करने के लिए "योगासन भारत" को मान्यता दी है.
यह फैसला भारत में योग के प्रति बढ़ते जुनून और उसकी लोकप्रियता का प्रमाण है. योग न सिर्फ़ शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, बल्कि यह एक प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में भी अपनी जगह बना रहा है.
इस फैसले से भारतीय योगासन खिलाड़ियों को एक नए मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा. यह उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने और देश का नाम रोशन करने की अवसर प्रदान करेगा.
Union Minister of Youth Affairs and Sports Mansukh Mandaviya has welcomed Indian Olympic Association President Dr. PT Usha’s decision to include #Yoga in the Asian Games.
The Ministry of Youth Affairs and Sports has granted recognition to Yogasana Bharat for promotion and… pic.twitter.com/TQEBNKZOWO
— All India Radio News (@airnewsalerts) June 29, 2024
योग को एशियाई खेलों में शामिल करना भारतीय संस्कृति और परंपरा को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण है. यह दुनिया को यह दिखाएगा कि योग सिर्फ़ एक अभ्यास नहीं बल्कि एक शक्तिशाली खेल भी है.
यह फैसला भारत में योग के विकास के लिए एक नया युग आरंभ करेगा और योग को दुनिया भर में एक प्रतिस्पर्धी खेल के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा.