ढाका, 22 दिसम्बर : भारत के दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ढाका के मीरपुर में शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के लिए बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव को अंतिम एकादश से बाहर करने से हैरान हैं. उन्हें ड्रॉप करने के फैसले को गावस्कर ने 'अविश्वसनीय' करार दिया. 22 महीनों के बाद अपनी टेस्ट वापसी पर कुलदीप ने प्लेयर आफ द मैच का पुरस्कार जीता, चटगांव के जहूर अहमद चौधरी स्टेडियम में पहले टेस्ट में 188 रन की व्यापक जीत के बाद भारत ने दो मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त हासिल की.
कुलदीप ने चटगांव में टेस्ट मैच में आठ विकेट चटकाए, जबकि कुल 113 रन दिए, उन्होंने पहली पारी में पांच विकेट झटके. उन्होंने बल्ले से भी महत्वपूर्ण योगदान दिया, पहली पारी में करियर के सर्वश्रेष्ठ 40 रन बनाकर और रविचंद्रन अश्विन के साथ आठवें विकेट के लिए 92 रन जोड़कर भारत को 404 रन बनाने में मदद की. यह भी पढ़ें : IPL Mini Auction 2022: इयान बिशप, टॉम मूडी, आरोन फिंच, साइमन कैटिच, इरफान पठान स्टार स्पोर्ट्स के आईपीएल नीलामी पैनल का हिस्सा होंगे
लेकिन गुरुवार को भारत के कार्यवाहक कप्तान के.एल. राहुल ने कहा कि कुलदीप को अंतिम एकादश से बाहर रखा गया है और उनकी जगह बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट को शामिल किया गया. इस अदला-बदली ने गावस्कर सहित कई लोगों को चकित कर दिया. ब्रॉडकास्टर सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क ने टॉस के बाद गावस्कर के हवाले से कहा, "मैन आफ द मैच को बाहर करना, यह अविश्वसनीय है. यही एकमात्र शब्द है जिसका मैं उपयोग कर सकता हूं. मैं काफी कड़े शब्दों का इस्तेमाल करना चाहूंगा, लेकिन यह अविश्वसनीय है कि आपने एक मैन आफ द मैच को टीम में शामिल नहीं किया, जिसने 20 में से आठ विकेट झटके."
टॉस के समय राहुल ने खुलासा किया कि उनादकट ने प्लेइंग इलेवन में कुलदीप की जगह ली थी. ढाका टेस्ट भारत के लिए लंबे प्रारूप में उनादकट के लिए सिर्फ दूसरा मैच होगा. टेस्ट में उनकी अब तक की एकमात्र उपस्थिति लगभग 12 साल पहले, सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका के 2010/11 दौरे के पहले टेस्ट में आई थी.