राउरकेला, 3 जनवरी : ओडिशा हॉकी पुरुष विश्व कप (Odisha Hockey Men's World Cup) में मात्र 10 दिन शेष रह गए हैं जबकि भारतीय टीम के कप्तान ने ड्रेसिंग रूम के उत्साह को जबरदस्त बताया है. मेजबान होने के नाते भारत पोडियम पर आना चाहता है और टोक्यो ओलम्पिक 2020 में कांस्य पदक जीतने के बाद टीम से उम्मीदें बढ़ गयी हैं.हरमनप्रीत ने कहा,"ड्रेसिंग रूम में रोमांच और उत्साह एक बराबर है. जब टीम की बस राउरकेला शहर में प्रवेश कर रही थी और हॉकी स्टेडियम के करीब पहुंच रही थी, हजारों प्रशंसक हाथों में तिरंगा लिए सडकों पर जमा थे और उन्होंने हमारा स्वागत किया. हम इस स्वागत से नि:शब्द रह गए और तब हमें अहसास हुआ कि इस क्षेत्र के लोगों के लिए हॉकी के क्या मायने हैं."
कप्तान ने आगे कहा, "यहां आने तक हमने लोगों के हॉकी के प्रति प्यार और जुनून के बारे में अपने टीम साथियों नीलम और अमित से सुना था लेकिन इस स्वागत के बाद हमने महसूस किया इस विश्व कप का अनुभव अद्भुत होगा.'' चार जनवरी से अंतर्राष्ट्रीय टीमें ओडिशा आना शुरू हो जाएंगी. पूर्व उपविजेता हॉलैंड बुधवार को पहुंचने वाली पहली टीम होगी. चिली गुरूवार को आएगी जबकि गत चैंपियन बेल्जियम शुक्रवार को विश्व की नंबर एक टीम ऑस्ट्रेलिया और अन्य टीमों के साथ पहुंचेगी. आठ जनवरी तक रोजाना हॉकी इंडिया और ओडिशा सरकार भाग लेने वाली टीमों का स्वागत करेंगे. ओडिशा दूसरी बार विश्व कप की मेजबानी कर रहा है. यह भी पढ़ें : रोहित, कोहली जैसे सीनियर की वनडे विश्व कप में अहम भूमिका : गंभीर
हरमनप्रीत ने कहा, "2018 में हुए विश्व कप के बाद हर हिस्सा लेने वाली टीम सुखद अनुभूतियों के साथ वापस गयी थी. पिछला विश्व कप खिलाड़ियों के लिए विशेष बन गया था. राउरकेला में उत्साह दोगुना होगा और दर्शक न केवल भारत बल्कि हर टीम का उत्साह बढ़ाएंगे.'' नवनिर्मित बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम का मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पांच जनवरी को उद्घाटन करेंगे. राउरकेला में सभी 20 मैचों के टिकट बिक चुके हैं और भुवनेश्वर में लोग बिक्री के लिए बचे हुए टिकट खरीदने में लगे हुए हैं.