Hockey World Cup 2018: भारत का हॉकी वर्ल्ड कप जितने का सपना टुटा, नीदरलैंड्स ने 2-1 से हराकर सेमीफाइनल में किया प्रवेश
भारतीय पुरुष हॉकी टीम को गुरुवार को कलिंगा स्टेडियम में खेले गए ओडिशा हॉकी विश्व कप के क्वार्टर फाइनल मैच में तीन बार के चैम्पियन नीदरलैंड्स के हाथों 1-2 से हार का सामना करना पड़ा.
Hockey World Cup: भारतीय पुरुष हॉकी टीम को गुरुवार को कलिंगा स्टेडियम में खेले गए ओडिशा हॉकी विश्व कप के क्वार्टर फाइनल मैच में तीन बार के चैम्पियन नीदरलैंड्स के हाथों 1-2 से हार का सामना करना पड़ा. इस हार के कारण भारतीय टीम 43 साल का सूखा समाप्त कर सेमीफाइनल में प्रवेश करने में असफल रही और इसके साथ ही इस ओडिशा हॉकी विश्व कप में भारतीय टीम का सफर समाप्त हो गया. तीन बार की चैम्पियन नीदरलैंड्स का सामना अब 15 दिसम्बर को सेमीफाइनल में मौजूदा चैम्पियन आस्ट्रेलिया से होगा. नीदरलैंड्स ने पहले क्वार्टर में गेंद को अधिक से अधिक समय तक पास रखने की कोशिश करते हुए पहला गोल दागने के लिए शॉट मारा लेकिन वह शॉट भारत के गोल पोस्ट के बाहरी हिस्से को छू गया.
इसके अगले ही मिनट में सिमरनजीत प्रतिद्वंद्वी टीम के गोल पोस्ट तक पहुंचे लेकिन उनका शॉट लक्ष्य तक नहीं पहुंच सका. भारत को 12वें मिनट में पहला पेनाल्टी कॉर्नर हासिल हुआ और इसे सफल रूप से भुनाकर आकाशदीप सिंह ने गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दे दी. मेजबान टीम की खुशी अधिक समय तक बरकरार नहीं रह सकी और नीदरलैंड्स ने 15वें मिनट में गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर लिया. टीम के लिए यह गोल मिर्को प्रूसर से मिले पास पर थिएरी ब्रिंकमान ने किया. दूसरे क्वार्टर में दोनों टीमों ने गोल करने के कई अवसर बनाए, लेकिन दोनों ही टीमें बढ़त हासिल करने में नाकाम रहीं और इसके साथ ही 1-1 से बराबरी के स्कोर पर पहले हाफ का समापन हो गया.
यह भी पढ़ें- Hockey world Cup 2018: पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय हॉकी टीम को विजयी आगाज की दी बधाई
नीदरलैंड्स को तीसरे क्वार्टर की शुरूआत में ही पेनाल्टी कॉर्नर हासिल हुआ लेकिन अपने पहले पीसी से बढ़त हासिल करने में वह असफल रही. हालांकि, दोबारा टीम को पीसी मिला, लेकिन फिर वह खाली हाथ लौटी. ललित उपाध्याय ने 23वें मिनट में दिलप्रीत सिंह को शानदार पास किया लेकिन वह इस अवसर का सही इस्तेमाल नहीं कर सके. इसके अगले ही पल ऐसा ही मौका नीदरलैंड्स को भी मिला लेकिन भारत के अनुभवी गोलकीपर पी.आर. श्रीजेश ने इसे असफल कर दिया. ऐसे में 1-1 से बराबरी के साथ तीसरा क्वार्टर भी समाप्त हो गया.
नीदरलैंड्स ने 47वें मिनट में गोल किया लेकिन वीडियो रेफरी ने इसे रद्द कर दिया क्योंकि गेंद मेहमान टीम के खिलाड़ी के पैर को छूकर गुजरी थी. वर्ल्ड नम्बर-4 टीम नीदरलैंड्स को 50वें मिनट में मैच का तीसरा पीसी मिला और इस पर गोल कर उसने भारत के खिलाफ 2-1 की बढ़त ली. टीम के लिए यह गोल मिंक वान देर वीर्डन ने दागा. भारत को 50वें मिनट में दूसरा पेनाल्टी कॉर्नर हासिल हुआ लेकिन असफल रहा. इसके बाद श्रीजेश भी अब मैदान पर उतर आए और भारतीय टीम बिना गोलकीपर के खेलने लगी. नीदरलैंड्स को 58वें मिनट में पीसी हासिल हुआ. हालांकि, बिना गोलकीपर के खेल रही भारतीय टीम के डिफेंडरों ने इसे सफल नहीं होने दिया. हालांकि, इसके बावजूद नीदरलैंड्स ने अंतिम समय तक अपनी बढ़त को कायम रखते हुए मेजबान भारत को 2-1 से हराकर सेमीफाइनल में कदम रखा.