IND vs SL 1st ODI 2024 Tied: भारत बनाम श्रीलंका पहला वनडे मैच टाई होने के बाद क्यों नहीं हुआ सुपर ओवर? यहां जानें क्या इसकें पीछे का कारण

सुपर ओवर के लिए ICC का नियम केवल T20I फॉर्मेट के लिए सही है. ODI में ऐसा कोई नियम मौजूद नहीं है. ये केवल आईसीसी टूर्नामेंट जैसे वर्ल्ड कप, चैंपियंस ट्राफी में ही सुपर ओवर का प्रावधान है. इसके अलावा, चीजों को स्पष्ट करने के लिए, ODI में सुपर ओवर का नियम द्विपक्षीय सीरीज में लागू नहीं होता है. विश्व क्रिकेट के संदर्भ में, द्विपक्षीय टूर्नामेंट में बहुत कुछ दांव पर नहीं होता है.

केएल राहुल और अक्षर पटेल (Photo Credits: Twitter)

Why No super over after IND vs SL Tie Match? 2 अगस्त(शुक्रवार) को भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम और श्रीलंका राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के बीच पहला वनडे टाई पर समाप्त हुआ. दोनों एशियाई दिग्गज वर्तमान में तीन मैचों की वनडे बाईलेटरल सीरीज में भिड़ रहे हैं. मैच बेहद नाटकीय तरीके से समाप्त हुआ, क्योंकि दोनों टीमों ने 230 रन बनाए. पहले बल्लेबाजी करते हुए, श्रीलंका ने 50 ओवरों की समाप्ति पर 230/8 रन बनाए. जवाब में, भारत 13 गेंद शेष रहते 230 रन पर ऑलआउट हो गया. भारतीय तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह ने केवल 1 रन की आवश्यकता पर अपना विकेट खो दिया. क्रिकेट के नियमों के अनुसार अधिकांश मामलों में टाई के बाद सुपर ओवर के रूप में टाई-ब्रेकर होता है. सीमित ओवरों के क्रिकेट में खासकर टी20 फॉर्मेट में मैच अक्सर सुपर ओवर द्वारा तय किए जाते हैं. सुपर ओवर फॉर्मेट ने प्रतिष्ठित बॉल-आउट प्रारूप की जगह ली. यह भी पढ़ें: श्रीलंका ने टीम इंडिया के खिलाफ पहला वनडे करवाया टाई, चैरिथ असलांका और वानिंदु हसरंगा ने की शानदार गेंदबाजी

सुपर ओवर के लिए ICC का नियम केवल T20I फॉर्मेट के लिए सही है. ODI में ऐसा कोई नियम मौजूद नहीं है. ये केवल आईसीसी टूर्नामेंट जैसे वर्ल्ड कप, चैंपियंस ट्राफी में ही सुपर ओवर का प्रावधान है. इसके अलावा, चीजों को स्पष्ट करने के लिए, ODI में सुपर ओवर का नियम द्विपक्षीय सीरीज में लागू नहीं होता है. विश्व क्रिकेट के संदर्भ में, द्विपक्षीय टूर्नामेंट में बहुत कुछ दांव पर नहीं होता है.

हाल के समय में सबसे प्रतिष्ठित संघर्षों में से एक ODI विश्व कप 2019 का फाइनल में सुपर ओवर द्वारा निर्धारित किया गया था. ICC नियम में ODI के लिए सुपर ओवर के बारे में कोई स्पष्टता नहीं होने के बावजूद इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच फाइनल का फैसला सुपर ओवर के आधार पर किया गया. फाइनल नॉकआउट था, एक स्पष्ट विजेता होना एक मजबूरी थी. दोनों टीमें सुपर ओवर में भी बराबरी पर रहीं, लेकिन बाउंड्री काउंट के आधार पर इंग्लैंड को अंतिम विजेता घोषित किया गया था. जो काफी विवादों में रहा था.

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