मुंबई: इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लिए चीनी प्रायोजकों के साथ बने रहने के बीसीसीआई (BCCI) के फैसले पर मचे बवाल के बीच बड़ी कहबर आ रही है. दरअसल मोबाइल फोन निर्माता कंपनी वीवो (VIVO) ने आईपीएल से नाता तोड़ने का मन बना लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कम से कम इस साल चीनी कंपनी वीवो आईपीएल (IPL) को स्पांसर नहीं करेगी. हालांकि अब तक इसकी अधिकारिक पुष्टी नहीं हो सकी है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार शाम को आईपीएल के सात फ्रेंचाइजी को सूचित किया गया है कि विवो इंडिया कम से कम इस वर्ष के लिए स्पांसरशिप से बाहर होने की कगार पर हैं. अग्रणी चीनी कंपनी के खिलाफ पिछले 48 घंटों से सोशल मीडिया तूफानी अभियान छेड़ा गया है. दरअसल रविवार को आईपीएल गवर्निंग काउंसिल ने आईपीएल में चाइनीज मोबाइल कंपनी की स्पांसरशिप जारी रखने का ऐलान किया, जिस वजह से आलोचना शुरू हुई. IPL 2020: चाइनीज फोन कंपनी VIVO ही रहेगी इंडियन प्रीमियर लीग की मुख्य प्रायोजक
सोशल मीडिया पर लोग क्रिकेट लीग का बहिष्कार करने की अपील कर रहे है. केंद्र सरकार द्वारा टिकटॉक सहित चीन के दर्जनों ऐप पर रोक लगाए जाने के बाद से यह बहस शुरू हो गई थी की आईपीएल में चीनी कंपनी के साथ स्पांसरशिप खत्म की जाए. चीन के साथ तनाव बढ़ने के साथ ही यह मांग भी जोर पकड़ती जा रही थी.
उल्लेखनीय है कि चीनी मोबाइल फोन निर्माता कंपनी वीवो इस टी-20 लीग की ‘टाइटल’ प्रायोजक है. वीवो ने पांच साल के इस करार के लिए बीसीसीआई को 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया है.