उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को दिया बड़ा सम्मान, लखनऊ का स्टेडियम किया उनके नाम
नवाबों के शहर लखनऊ में 24 साल बाद इंटरनेशनल क्रिकेट मैच होने से पूर्व राज्य में राजनैतिक सियासत तेज हो गई है.
उत्तर प्रदेश: नवाबों के शहर लखनऊ में 24 साल बाद इंटरनेशनल क्रिकेट मैच होने से पूर्व राज्य में राजनैतिक सियासत तेज हो गई है. जी हां बात कुछ यूं है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी की सरकार ने लखनऊ में स्थित 'इकाना स्टेडियम' का नाम बदल कर 'भारत रत्न श्री अटल बिहारी वाजपेयी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम' कर दिया है जिससे राजनैतिक गलियारों में हलचल मच गई है. हम आपको बता दें कि इस नए नाम को यूपी के राज्यपाल राम नाईक ने भी अनुमति दे दी है. इससे पहले भी उत्तर प्रदेश में कई शहरों के नाम बदलने पर प्रदेश में खाशा उठा-पटक देखने को मिला था.
लखनऊ में आखिरी बार 1994 में हुआ था मैच-
लखनऊ में आखिरी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच जनवरी 1994 में भारत और श्रीलंका के बीच केडी सिंह बाबू स्टेडियम में टेस्ट मैच के रूप में खेला गया था. इसके बाद सारे अंतरराष्ट्रीय और आईपीएल मैच कानपुर में आयोजित किए गए. अत्याधुनिक इकाना स्टेडियम में मैच देखने के लिए दर्शकों में खासा उत्साह है. स्टेडियम की क्षमता 50 हजार दर्शकों की है. इस स्टेडियम में नौ पिच हैं. हम आपको बता दें कि भारतीय टीम और वेस्टइंडीज के खिलाड़ी लखनऊ में पहुंच चुके है जहां उनका पारम्परिक तौर-तरीके से स्वागत किया गया.
खबरों की माने तो प्रदेश में लखनऊ शहर का नाम भी बदलने की मांग की जा रही है. बिहार के राज्यपाल और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालजी टंडन ने लखनऊ का नाम बदलने की मांग की है .लालजी टंडन ने कहा कि लखनऊ को लक्ष्मण ने बसाया था. उन्होंने कहा, 'इससे पहले इसे लक्ष्मणपुर और लक्ष्मणावती के नाम से जाना जाता था लेकिन बाद में इसे लखनपुर भी कहा जाने लगा. बदलाव के साथ इसे अंग्रेजी में लखनऊ कहा गया.