नई दिल्ली, 11 सितंबर: ईरानी कप या ईरानी ट्रॉफी मैच, जिसकी मेजबानी मुंबई को 1 से 5 अक्टूबर तक करनी थी, उसे खराब मानसून के कारण लखनऊ शिफ्ट करना पड़ा. इस कप में मात्र एक मैच खेला जाता है, जो गत रणजी ट्रॉफी विजेता और रेस्ट ऑफ इंडिया के बीच खेला जाता है. चलिए जानते हैं कि इस ट्रॉफी से जुड़ी क्या कहानी है? और इसकी शुरुआत कब हुई थी? यह भी पढें: Asian Champions Trophy 2024: पाकिस्तान ने जापान को 2-1 से हराकर दर्ज की अपनी पहली जीत, अहमद नदीम और सुफियान खान ने दागा गोल
ईरानी कप भारत का एक घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट है, जो फर्स्ट क्लास फॉर्मेट के तहत खेला जाता है. यह क्रिकेट टूर्नामेंट हर साल वर्तमान रणजी ट्रॉफी विजेता टीम और रेस्ट ऑफ इंडिया टीम ( रणजी ट्रॉफी में अन्य टीमों के दमदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी) के बीच खेला जाता है. रेस्ट ऑफ इंडिया ने इसे 30 बार जीता है, जबकि मुंबई ने इसे 14 बार जीता है.
इसकी शुरुआत वर्ष 1959-60 में हुई थी. उस समय रणजी ट्रॉफी चैंपियनशिप के 25 वर्ष पूरे होने पर इस टूर्नामेंट की नींव रखी गई थी. इसका उद्देश्य घरेलू क्रिकेट को और अधिक रोचक और रोमांचक बनाना था. इस टूर्नामेंट का नाम बीसीसीआई के पूर्व प्रशासक जेडपी ईरानी के नाम पर रखा गया था, जो बीसीसीआई में लंबे समय तक अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष समेत कई अहम पदों पर रहे.
1962 से लगातार आयोजित हो रही इस प्रतियोगिता को शेष भारत ने 30 जबकि मुंबई ने 14 बार जीता है. अन्य राज्यों में कर्नाटक छह, जबकि दिल्ली, रेलवे और विदर्भ 2-2 बार की विजेता बनी है. पिछली बार इस प्रतियोगिता को शेष भारत ने सौराष्ट्र को 175 रनों से हराते हुए जीता था.
ईरानी कप 2024-25 का आयोजन अब मुंबई की बजाय लखनऊ में होगा. एक अक्टूबर से पांच अक्टूबर के बीच शेष भारत और गत रणजी ट्रॉफी विजेता मुंबई के बीच खेले जाने वाला यह मैच लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में खेला जाएगा.
उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो से बात करते हुए कहा, "इस बार का ईरानी कप मैच लखनऊ में आयोजित होगा और हम इसकी मेजबानी करने को लेकर उत्साहित हैं."