मुंबई: इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) वर्ल्ड की सबसे महंगी क्रिकेट लीग (Cricket League) है. इस लीग में सभी खिलाड़ी हिस्सा लेना चाहते हैं. आईपीएल (IPL) में विजेता टीम को जितनी प्राइज मनी दी जाती है इतनी वर्ल्ड की किसी क्रिकेट लीग में नहीं दी जाती हैं. इन दिनों आईपीएल का 16वां सीजन चल रहा है. इस बार विजेता टीम को 20 करोड़ रुपये की प्राइज मनी दी जाएगी. वहीं रनरउप को 13 करोड़ रुपये मिलेंगे. इतनी ही धनराशि पिछले सीजन का खिताब जीतने और हारने वाली टीम को दी गई थी.
आईपीएल का आगाज साल 2008 में हुआ था. आईपीएल के पहले सीजन का खिताब राजस्थान रॉयल्स की टीम ने जीता था. तब विजेता टीम को 4 करोड़ 80 लाख रुपये इनाम के दौर पर दिए गए थे. आईपीएल के दूसरे सीजन यानी साल 2009 में भी इस प्राइज मनी में कोई भी बदलाव नहीं किया गया था. खिताब जीतने वाली डेक्कन चार्जर्स की टीम को 4.8 करोड़ रुपये प्राइज मनी के रूप में दिए गए. वहीं उपविजेता को 2.4 करोड़ रुपये मिले थे. RR vs LSG, IPL 2023 Match 26: आज होगा राजस्थान रॉयल्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के बीच रोमांचक मुकाबला, जानें सवाई मानसिंह स्टेडियम के रोचक आंकड़े
आईपीएल के तीसरे सीजन में यानी साल 2010 में प्राइज मनी में इजाफा किया गया था. जो साल 2013 तक बरकरार रही. इस दौरान खिताब जीतने वाली चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स को 10 करोड़ रुपये दिए गए थे. जबकि उपविजेता को 5 करोड़ रुपये बतौर प्राइज मनी दिया गया था.
साल 2014 में आईपीएल की प्राइज मनी में एक बार फिर बढ़ोतरी की गई. जो 2015 तक बरकरार रही. इस दौरान आईपीएल के ख़िताब पर कब्ज़ा करने वाली टीम को पाइज मनी के तौर पर 15 करोड़ रुपये दिए गए. जबकि उपविजेता को 10 करोड़ रुपये मिले थे. वहीं, आईपीएल 2016 की प्राइज मनी में काफी इजाफा किया गया था. यह इनाम की राशि साल 2019 तक विजेता टीम को दी जाती रही. इस दौरान खिताब जीतने वाली टीम को 20 करोड़ रुपये जबकि हारने वाली को 11 करोड़ रुपये प्राइज मनी के रूप में दिए गए थे.
बता दें कि इस बीच उपविजेता की प्राइज मनी में इजाफा हुआ. साल 2016 और 2017 में फाइनल हराने वाली टीम को 11 करोड रुपये जबकि साल 2018 और 2019 में उपविजेता टीम को 12.50 करोड़ रुपये मिले थे. आईपीएल के इतिहास में साल 2020 ऐसा रहा जब आईपीएल की प्राइज मनी में कटौती की गई. यह कटौती कोरोना वायरस महामारी की वजह से की गई थी. आईपीएल 2020 में खिताब जीतने वाली टीम को महज 10 करोड़ रुपये प्राइज मनी के रूप में मिले. जबकि उपविजेता को 6.25 करोड़ रुपये दिए गए थे.
इसके बाद साल 2021 में कोरोना वायरस की दूसरी लहर जारी थी. लेकिन इस दौरान आईपीएल की प्राइज मनी को बढ़ाकर 20 करोड़ रुपये कर दी गई. यानी ख़िताब पर कब्ज़ा करने वाली टीम को 20 करोड़ रुपये और रनरउप को 12.5 करोड़ रुपये प्राइज मनी के रूप में दिए गए. वहीं, आईपीएल के पिछले सीजन यानी साल 2022 में विजेता टीम की प्राइज मनी में कोई इजाफा नहीं हुआ. जबकि उपविजेता की प्राइज मनी में इजाफा किया गया था. आईपीएल 2022 का खिताब जीतने वाली गुजरात टाइटंस की टीम को प्राइज मनी के रूप में 20 करोड़ रुपये दिए गए थे.जबकि उपविजेता को 13 करोड़ रुपये दिए गए थे.