बीसीसीआई (BCCI) ने महिला कोच के लिए एक विज्ञापन जारी किया था. जिसके लिए पूर्व भारतीय आलराउंडर मनोज प्रभाकर के अलावा दक्षिण अफ्रीका के स्टार सलामी बल्लेबाज हर्षल गिब्स ने भी आवेदन किया है. प्रभाकर ने अपनी उम्मीदवारी की पुष्टि करते हुए रविवार को कहा, ‘हां, मैंने मुख्य कोच के पद के लिए आवेदन किया है. राष्ट्रीय क्रिकेट टीम से जुड़ना गर्व की बात है.’ क्रिकेट पर प्रभाकर के टैलेंट पर किसी को कोई संदेह नहीं है, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि कोच चयन समिति साक्षात्कार के लिए उनका चयन करती है या नहीं.
कोच पद के लिए आवेदन करने की अंतिम तारीख 14 दिसंबर है. हम आपको बता दें कि पूर्व भारतीय आलराउंडर मनोज प्रभाकर और भारतीय टीम को पहला वर्ल्ड कप दिलाने वाले पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव की कड़वाहट जगजाहिर है. भारतीय टीम में एक साथ खेलने वाले इन दोनों दिग्गजों के बीच 2000 में उठे मैच फिक्सिंग विवाद से सारा खेल जगत वाकिफ है.
यह भी पढ़ें- पूर्व कप्तान कपिल देव ने कहा अगर इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बन गए तो भारत..
पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव पर साल 2000 में साथी खिलाड़ी रहे मनोज प्रभाकर ने मैच फिक्सिंग करने का आरोप लगाया था. मनोज प्रभाकर ने कपिल पर आरोप लगाया था कि कपिल ने 1994 में पाकिस्तान के खिलाफ साथी खिलाड़ियों को खराब प्रदर्शन करने को कहा था. जिसके चलते अगस्त 2000 में कपिल देव को इंडिया के कोच पद से इस्तीफा देना पड़ा था.
चयन समिति पैनल के अध्यक्ष के रूप में पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव हैं. अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी इसके अन्य सदस्य हैं. मनोज प्रभाकर को जब बताया गया कि चयन समिति पैनल के अध्यक्ष कपिल देव हो सकते हैं तो उन्होंने बेरूखी से इसका जवाब दिया. मनोज प्रभाकर ने महिला क्रिकेट टीम के बारे में कहा इस टीम में काफी प्रतिभा है और मुझे लगता है कि मिताली राज, हरमनप्रीत कौर और स्मृति मंधाना जैसी खिलाड़ियों को मदद करने का मेरे पास अनुभव है.’ प्रभाकर से यह भी पूछा गया कि क्या 2000 की विवाद के बाद वह कभी कपिल से मिले है. उन्होंने कहा, ‘इस मसले से इसका कोई मतलब नहीं है.’