IND Vs AUS: मुंबई में मिली इस हार को कभी नहीं भूल पाएंगे पोंटिंग और क्लार्क, टीम इंडिया के धुरंधरों ने दो दिन में चटाई थी धुल
क्रिकेट के मैदान में भारत और ऑस्ट्रेलिया की भिड़त दर्शकों को काफी रास आती है. साल 2004 में दोनों टीमों के बीच मैदान में एक ऐसी ही भिडंत नजर आई जो आजतक क्रिकेट फैंस याद करते हैं. दरअसल मेहमान टीम ऑस्ट्रेलिया भारत दौरे पर आई थी. रिकी पोंटिंग की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने मेजबान टीम को बैंगलुरू में खेले गए पहले टेस्ट मुकाबले में 227 रन से शिकस्त दी.
नई दिल्ली, 31 दिसंबर 2020: क्रिकेट के मैदान में भारत और ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) की भिड़त दर्शकों को काफी रास आती है. साल 2004 में दोनों टीमों के बीच मैदान में एक ऐसी ही भिडंत नजर आई जो आजतक क्रिकेट फैंस याद करते हैं. दरअसल मेहमान टीम ऑस्ट्रेलिया भारत दौरे पर आई थी. रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम ने मेजबान टीम को बैंगलुरू में खेले गए पहले टेस्ट मुकाबले में 227 रन से शिकस्त दी. इसके बाद दोनों टीमों के बीच इस सीरीज का दूसरा मुकाबला चेन्नई में ड्रा रहा वहीं मेहमान टीम ने भारत को नागपुर में एक बार फिर 342 रनों से शिकस्त दी.
चार मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-0 से पिछड़ने के बाद टीम इंडिया के लिए आखिरी टेस्ट मुकाबला लाज बचाने के लिए महत्वपूर्ण हो गया था. इस सीरीज का चौथा एवं आखिरी टेस्ट मैच मुंबई में खेला गया. इस रोमांचक मुकाबले में भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया. टीम इंडिया इस टेस्ट मैच की पहली पारी में 41.3 ओवर में महज 104 रनों पर ऑल आउट गई. टीम के लिए कप्तान राहुल द्रविड़ ने 31 रनों की सर्वाधिक नाबाद पारी खेली.
यह भी पढ़ें- हरभजन सिंह ने कहा- 2008 सिडनी टेस्ट के बाद ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने हर जगह मेरा पीछा किया
पहली पारी में भारत के लिए केवल चार बल्लेबाज ही दहाई का आंकड़ा छू सके. टीम के लिए कप्तान द्रविड़ ने 31, दिनेश कार्तिक ने 10, अनिल कुंबले ने 16 और हरभजन सिंह ने 14 रन बनाए. ऑस्ट्रेलिया के लिए पहली पारी में तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी ने सर्वाधिक चार, नाथन हॉरिट्ज ने तीन, माइकल कास्प्रोविच ने दो और ग्लेन मैकग्रा ने एक विकेट चटकाया.
जवाब में पहली पारी में बल्लेबाजी करने मैदान में उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम भी भारतीय गेंदबाजों के सामने 203 रनों पर ढेर हो गई. टीम के लिए मध्यक्रम के स्टार बल्लेबाज डेमियन मार्टीन ने शानदार अर्धशतक लगाया. भारत के लिए पहली पारी में अनिल कुंबले ने पांच और मुरली कार्तिक ने चार सफलता प्राप्त की.
दूसरी पारी में टीम इंडिया ने 205 रन बनाए. टीम के लिए वीवीएस लक्ष्मण ने 69 रन की सर्वाधिक अर्धशतकीय पारी खेली. इसके अलावा टीम के लिए सचिन तेंदुलकर ने भी 55 रनों का महत्वपूर्ण योगदान दिया.
मेहमान टीम के लिए दूसरी पारी में ऑलराउंडर खिलाड़ी माइकल क्लार्क ने सर्वाधिक छह सफलता प्राप्त की. क्लार्क के अलावा टीम के लिए नाथन हॉरिट्ज और ग्लेन मैकग्रा ने क्रमशः दो-दो विकेट चटकाए.
मुंबई टेस्ट जितने के लिए 107 रनों का लक्ष्य लेकर मैदान में उतरी पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम भारतीय गेंदबाजों के सामने 30.5 ओवर में महज 93 रन पर ऑल आउट हो गई. इस तरह से भारतीय टीम ने इस सीरीज के आखिरी मुकाबले को 13 रनों से अपने नाम किया. टीम इंडिया के लिए दूसरी पारी में हरभजन सिंह ने सर्वाधिक पांच सफलता प्राप्त की. इसके अलावा टीम के लिए मुरली कार्तिक ने तीन और जहीर खान एवं अनिल कुंबले ने एक विकेट चटकाया.
यह भी पढ़ें- हरभजन सिंह ने बताया भारतीय क्रिकेट का सर्वाधिक बुरा समय कब था
चौथे टेस्ट मैच में शानदार गेंदबाजी के लिए मुरली कार्तिक को मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया. कार्तिक ने चौथे टेस्ट मैच में कुल सात विकेट चटकाए थे.