अपने पहले टेस्ट मैच में सचिन, द्रविड़ और लक्ष्मण जैसे बल्लेबाजों को परेशान करने वाले इस स्पिनर ने क्रिकेट को कहा अलविदा

कैरम बॉल के जनक मिस्ट्री स्पिनर के नाम से मशहूर हुए श्रीलंका के अजंता मेंडिस ने बुधवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. मेंडिस ने अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच 2015 में न्यूजीलैंड के खिलाफ क्राइस्टचर्च में खेला था. मेंडिस को अपनी रहस्यमय गेंदबाजी के लिए जाना जाता था.

अजंता मेंडिस (Photo Credits: Twitter)

कोलंबो : कैरम बॉल के जनक मिस्ट्री स्पिनर के नाम से मशहूर हुए श्रीलंका के अजंता मेंडिस (Ajantha Mendis) ने बुधवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (International Cricket Council) ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी. मेंडिस ने अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच 2015 में न्यूजीलैंड के खिलाफ क्राइस्टचर्च में खेला था.

मेंडिस को अपनी रहस्यमय गेंदबाजी के लिए जाना जाता था. शुरुआती करियर में उनको खेल पाना अच्छे-अच्छे बल्लेबाजों के लिए मुसीबत साबित हुआ था. वेस्टइंडीज के खिलाफ अप्रैल 2008 में पदार्पण करने वाले इस स्पिन गेंदबाज ने अपने देश के लिए 87 वनडे मैचों में 152 विकेट लिए. 19 टेस्ट में मेंडिस के नाम 70 विकेट हैं. 39 टी-20 मैचों में दाएं हाथ के इस गेंदबाज ने 66 विकेट झटके हैं.

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मेंडिस ने पदार्पण वाले साल ही एशिया कप के फाइनल में भारत के छह विकेट लेकर उसे हार के लिए विवश कर दिया था और तभी से मेंडिस विश्व पटल पर छा गए थे. समय के साथ हालांकि दुनिया भर के बल्लेबाजों ने मेंडिस की मिस्ट्री की काट निकाल ली थी जिसके कारण वह बेअसर साबित हो रहे थे. संन्यास लेते वक्त मेंडिस एक रिकार्ड अपने नाम लेते जा रहे हैं. वह रिकार्ड है वनडे में सबसे तेजी से 50 विकेट लेने का. यह रिकार्ड अभी तक मेंडिस के नाम ही है.

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