Char Dham Yatra: 20 दिन में 57 श्रद्धालुओं की मौत, 8 लाख से ज्यादा लोगों ने की चारधाम यात्रा

चार धाम की यात्रा मार्ग पर अब तक 57 श्रद्धालुओं की मृत्यु हो चुकी है जिनमें से अधिकतर की मृत्यु का कारण दिल संबंधी बीमारी बताई जा रही है. प्रशासन ने चिकित्सकीय रूप से अयोग्य तीर्थयात्रियों को यात्रा न करने की सलाह दी है. 22 मई से श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे के कपाट भी खुल रहे हैं.

उच्च गढ़वाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित चार धामों की यात्रा मार्ग पर 3 मई से अब तक 57 तीर्थयात्रियों की मृत्यु हो चुकी है. अधिकतर श्रद्धालुओं की मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है. अब तक देश-विदेश के आठ लाख से ज्यादा श्रद्धालु उत्तराखंड के चार धामों, बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री दर्शन कर चुके हैं, जबकि लाखों अन्य दर्शन हेतु अपना पंजीकरण करवा चुके हैं. 22 मई से श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे के कपाट भी खुल रहे हैं.

सभी तीर्थों में व्यवस्थायें बनी रहें, इसके लिए सरकार ने तीर्थयात्रियों की संख्या निर्धारित कर दी है. बदरीनाथ दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या प्रतिदिन 16000, केदारनाथ के लिए 13000, गंगोत्री के लिए 8000, यमुनोत्री और हेमकुंड साहिब के लिए 5000-5000 तय की गयी है.

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