नई दिल्ली. जिंदगी और मौत ऊपर वाले के हाथ में है जहांपनाह, जिसे ना आप बदल सकते हैं ना मैं. हम सब तो रंगमंच की कठपुतलियां हैं, जिसकी डोर उपर वाले के हाथ बंधी हैं, कब, कौन, कैसे उठेगा, ये कोई नहीं जानता.. सच है. फिल्म आनंद का यह डायलॉग सभी ने सुना होगा. लेकिन अगर मौत ही घर का रास्ता भूल जाए तो क्या होगा. अगर ऐसा होता है इंसान की मौत नहीं होगी और लंबे समय जिंदा रहता है. अगर आप सोच रहे हैं कि हम ऐसा क्यों कह रहे हैं तो जरा आप भी इस खबर को पढ़ें.
दुनिया की सबसे उम्रदराज महिला चेचेन्या में रहने वाली कोकू इस्तामबुलोवा अपना 129वां जन्मदिन मनाने जा रही है. फिलहाल कोकू इस्तामबुलोवा की उम्र 128 साल होने का दावा किया गया है. इतनी लंबी उम्र को लेकर इस्तामबुलोवा कहती हैं कि उन्होंने पूरी जिंदगी एक भी ऐसा दिन नहीं था जब मुझे खुशी नसीब हुआ हो. लेकिन इसके बावजूद मै इतने लंबे समय से जींदा हूं. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस्तामबुलोवा सिर्फ दूध पीती हैं.
बता दें कि डेलीमेल की रिपोर्ट के मुताबिक कोकू इस्तामबुलोवा अगले महीने ही वह 129व साल की हो जाएंगी. रूस की सरकार के अनुसार इस्तामबुलोवा के पासपोर्ट में उनके जन्म की तारीख 1 जून 1889 लिखी गई है. जब उनकी उम्र 55 साल की थी तब द्वितीय विश्व युद्ध और 102 के उम्र में उन्होंने सोवियत संघ का पतन देखा होगा. गौरतलब हो कि दुनिया में सबसे उम्रदराज महिला फ्रांस की जीन कालमेन्ट रही हैं. 122 साल की उम्र में जीन की मौत हुई थी.