Uttar Pradesh: जब हाथरस के खेत में निकला 5 फुट लंबा मगरमच्छ, मचा हड़कंप- ऐसे पकड़ा गया
उत्तर प्रदेश के हाथरस के एक गांव में भटक रहे पांच फुट लंबे मगरमच्छ को वन्यजीव एसओएस और वन विभाग ने देर रात एक ऑपरेशन में पकड़ लिया. मगरमच्छ को पास के एक जल निकाय में छोड़ दिया गया है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. सोमवार शाम को किसानों ने नगला तारा सिंह गांव के पास एक बाजरे के खेत में मगरमच्छ को आराम फरमाते देखा, जिसके बाद स्थानीय निवासियों में दहशत फैल गई. वन विभाग तुरंत घटना के बारे में सतर्क हो गया और वन्यजीव एसओएस टीम से संपर्क कर बचाव अभियान चलाने में उनकी विशेषज्ञ सहायता के लिए कहा. एक तीन सदस्यीय टीम ने हाथरस के सिकंदराराव क्षेत्र में स्थान तक पहुंचने के लिए लगभग 100 किलोमीटर की दूरी तय की.
उत्तर प्रदेश के हाथरस के एक गांव में भटक रहे पांच फुट लंबे मगरमच्छ को वन्यजीव एसओएस और वन विभाग ने देर रात एक ऑपरेशन में पकड़ लिया. मगरमच्छ को पास के एक जल निकाय में छोड़ दिया गया है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी. सोमवार शाम को किसानों ने नगला तारा सिंह गांव के पास एक बाजरे के खेत में मगरमच्छ को आराम फरमाते देखा, जिसके बाद स्थानीय निवासियों में दहशत फैल गई. वन विभाग तुरंत घटना के बारे में सतर्क हो गया और वन्यजीव एसओएस टीम से संपर्क कर बचाव अभियान चलाने में उनकी विशेषज्ञ सहायता के लिए कहा. एक तीन सदस्यीय टीम ने हाथरस के सिकंदराराव क्षेत्र में स्थान तक पहुंचने के लिए लगभग 100 किलोमीटर की दूरी तय की.
इस बीच मगरमच्छ की एक झलक पाने के लिए खेत के चारों ओर भीड़ जमा हो गई थी. अधिकारियों ने यह सुनिश्चित किया कि लोगों और मगरमच्छ के बीच एक सुरक्षित दूरी बनी रहे. इस बात को ध्यान में रखते हुए वन अधिकारियों और वन्यजीव एसओएस बचाव दल की टीम ने बचाव अभियान को सुरक्षित रूप से अंजाम दिया. टीम आवश्यक उपकरण लेकर अच्छी तैयार के साथ आई थी. मगरमच्छ को सुरक्षित तरीके से पकड़कर एटा में हजारा नहर में छोड़ दिया गया. Roadrunner Eat Snakes: पक्षी ने जहरीले सांप का बड़ी चतुराई से किया शिकार, फिर उसे बनाया अपना निवाला, देखें डरावना वायरल वीडियो.
वन्यजीव एसओएस से कार्तिक सत्यनारायण ने कहा, मगरमच्छ जैसे बड़े व शक्तिशाली जानवरों से निपटने के दौरान हमारे बचाव दल को किसी भी दुर्घटना से बचने के लिए अत्यधिक सावधानी बरतनी पड़ती है. यह आवश्यक है कि हम जंगली जानवरों की उपस्थिति के प्रति संवेदनशील रहें. हम मानव और जानवरों की संघर्ष स्थितियों को कम करने में वन विभाग और राज्य सरकार की सहायता करके प्रसन्न हैं.
सिकंदराराव के रेंज फॉरेस्ट ऑफिसर संजीव कुमार ने कहा, बचाव सफल रहा और हम मगरमच्छ को उसके प्राकृतिक आवास में लौटते हुए देख कर खुश हैं. हम इस तरह के एक संवेदनशील बचाव अभियान के संचालन में विशेषज्ञ सहायता के लिए वन्यजीव एसओएस टीम के आभारी हैं.