Human vs Crocodile: वड़ोदरा में चार पुरुषों और मगरमच्छ के बीच जबरदस्त लड़ाई, शिकारी के जबड़े से शख्स की बचाई गई जान
मगरमच्छ/प्रतीकात्मक तस्वीर (Pic Credit- Pixabay)

Human vs Crocodile in Gujarat: जंगली जानवरों का आपस में लड़ना बेहद आम बात है, क्योंकि जीवित रहने के लिए अक्सर जानवर एक-दूसरे का शिकार करते हैं, लेकिन क्या आपने कभी खूंखार शिकारी जानवर और इंसानों के बीच खूनी संघर्ष देखा है? वो भी किसी ऐसे वैसे जानवर के साथ नहीं, बल्कि पानी के खूंखार शिकारी जानवर मगरमच्छ से? दरअसल, मगरमच्छ और इंसानों के बीच की लड़ाई का हैरान करने वाला मामला गुजरात (Gujarat) के वड़ोदरा (Vadodara) से सामने आया है. खबरों की मानें तो रविवार देर रात विश्वामित्र नदी (Vishwamitra River) में चार पुरुषों के समूह और एक विशालकाय मगरमच्छ (Giant Crocodile) के बीच एक असामान्य संघर्ष देखने को मिला. इस संघर्ष के कारण साहसी पुरुषों का यह समूह मगरमच्छ के घातक जबड़े से एक व्यक्ति की जान बचाने में कामयाब रहा.

टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित की पहचान नरपत राठवा (Narpat Rathwa) के रूप में हुई है, जिसे एसएसजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी हालत स्थिर बताई गई थी. वन्यजीव कार्यकर्ता हेमंत वाधवाना (Hemant Vadhwana) ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि पंचमहल के हलोल निवासी राठवा रात करीब 11.30 बजे सयाजीगंज में दर्शनम परिसर के पास नदी में घुसे, तभी एक मगरमच्छ ने उनकी ओर छलांग लगा दी और उनके दोनों पैरों को जबड़ों में पकड़ लिया. नदी में उतरते समय राठवा शायद नशे की हालत में थे. यह भी पढ़ें: Viral Video: मछली पकड़ते समय मगरमच्छ ने किया शख्स का पीछे, डरावना वीडियो वायरल

बताया जा रहा है कि शख्स के पास में चल रही एक महिला ने उसकी चीखें सुनीं और कुछ स्थानीय लोगों को सतर्क किया, जिसके बाद पास में चल रही एक महिला ने राठवा की चीखें सुनीं और कुछ स्थानीय युवकों को सतर्क किया, जिसके बाद चार लोगों का एक समूह नदी की तरफ दौड़ते हुए गया और मगरमच्छ को डराने के लिए उस पर पथराव करना शुरू कर दिया, लेकिन यह खतरनाक शिकारी राठवा को पानी में खींचकर वडोदरा सेंट्रल जेल के पीछे नदी की दूसरी तरफ ले गया. पुरुषों ने भी सावधानी बरती, क्योंकि करीब छह से सात मगरमच्छ उस खंड पर नियमित रूप से देखे जाते हैं.

वाधवाना ने कहा कि पानी में मगरमच्छ को पकड़ना खतरनाक था और वह भी तब जब पूरी तरह से अंधेरा था, लेकिन हमारे स्वयंसेवकों ने राठवा को बचाने के लिए उल्लेखनीय साहस दिखाया. ये पुरुष भी नदी की दूसरी तरफ पहुंचे और मगरमच्छ का ध्यान भटकाने के लिए उसे लाठी से मारने लगे. करीब 25 मिनट की हिंसक लड़ाई के बाद आखिकार मगरमच्छ ने राठवा के पैरों को छोड़ दिया और पानी में गायब हो गया.

बताया जा रहा है कि मगरमच्छ के खूनी जबड़ों से बचने के बाद भी पीड़ित काफी देर तक कांपता रहा. हालांकि इस घटना में उसकी जान तो बच गई, लेकिन उसके दोनों पैरों में गहरी चोट लगी, इसलिए उन्हें तुरंत एसएसजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.