प्रवासी भारतीय दिवस हर साल 9 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन प्रवासी भारतीयों को समर्पित हैं।हर साल इसका आयोजन भारत में किया जाता है। इस समारोह के प्रति प्रवासी भारतीय उत्सुक रहते हैं क्योंकि प्रवासी भारतीय दिवस के कार्यक्रम के दौरान 'प्रवासी भारतीय सम्मान' भी दिया जाता है। यह सम्मान प्रवासी भारतीय विभाग द्वारा स्थापित पुरस्कार है, इसे हर साल भारत के राष्ट्रपति प्रदान करते हैं। यह प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार प्रवासी भारतीयों को उनके क्षेत्र में किए गए असाधारण योगदान के लिए दिया जाता है।
क्यों मनाया जाता है यह दिवस
प्रवासी भारतीय दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य प्रवासी भारतीयों के भारत के प्रति विचार, भावनाओं की अभिव्यक्ति और देशवासियों के साथ सकारात्मक बातचीत के लिए एक मंच उपलब्ध कराना है। इस आयोजन के साथ ही यह कोशिश की जाती है कि भारत में निवेश के अवसरों को बढ़ाया जा सके। इस कार्यक्रम के माध्यम से दुनिया के सभी देशों में प्रवासी भारतीयों का नेटवर्क बढ़ाने का प्रयास किया जाता है। विदेशों में रह रहे श्रमजीवी भारतीयों की परेशानियों को जानना और उन समस्याओं को दूर करना भी इस आयोजन का एक उद्देश्य हैं। साथ ही इससे भारत के युवाओं को प्रवासी भारतीयों को जानने-समझने में भी मदद मिलती है।
क्या है इस दिन का इतिहास
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस कार्यक्रम की शुरुआत की थी। पहली बार 9 से 11 जनवरी 2003 में दिल्ली में इस कार्यकम का आयोजन हुआ था। तब से हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता है। इस कार्यक्रम को प्रवासी भारतीयों से जुड़ने के लिए विशेष माना जाता है।