Coronavirus Infect Brain: कोविड 19 वायरस से बढ़ सकता है मस्तिष्क संक्रमण का खतरा, रिसर्च में चौंकाने वाली बात आई सामने

कोविड -19 का कहर सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में बरसा था. कोरोना जैसी घातक बीमारी के कारण लाखों लोगों ने अपनी जान गवाई. बीतें दशकों में ऐसी बीमारी किसी ने देखी नहीं होगी. फिलहाल इसका खतरा तो नहीं है लेकिन इसका असर अभी भी देखा जा सकता है.

Coronavirus Infect Brain: कोविड -19 का कहर सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में बरसा था. कोरोना जैसी घातक बीमारी के कारण लाखों लोगों ने अपनी जान गवाई. बीतें दशकों में ऐसी बीमारी किसी ने देखी नहीं होगी. फिलहाल इसका खतरा तो नहीं है लेकिन इसका असर अभी भी देखा जा सकता है. कोविड-19 के खतरनाक वायरस के कारण दिमाग में संक्रमण का खतरा हो सकता है, ये बात रिसर्च के जरिए सामने आई है. कोविड-19 महामारी का जिम्मेदार SARS-CoV-2 वायरस किसी भी व्यक्ति के दिमाग को संक्रमित कर सकता है. यह रिसर्च चूहों पर किया गया जिसमे ये बात सामने आई.

शोधकर्ताओं ने कहा कि वायरस के स्पाइक प्रोटीन में उत्परिवर्तन इसे मस्तिष्क की नसों में फैलने और संक्रमण का कारण बनने की अनुमति देता है. नेचर माइक्रोबायोलॉजी जर्नल में प्रकाशित अध्ययन, स्पाइक प्रोटीन के एक विशिष्ट भाग पर केंद्रित है.

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''इसको फ्युरिन क्लीवेज साइट कहते हैं. यह आमतौर पर वायरस को तंत्रिका की सतह पर ACE2 रिसेप्टर से जुड़कर मस्तिष्क में प्रवेश करने की अनुमति देता है. हालाँकि, जब यह साइट हटा दी जाती है, तो वायरस को अन्य मार्ग खोजने पड़ते हैं. यह दूसरे तरीके से कोशिकाओं तक पहुंचता है, जिससे मस्तिष्क में संक्रमण अधिक तेजी से फैलता है. यह कभी-कभी कुछ कोविड रोगियों में दिखाई देता है जैसे चक्कर आना और भूलने की बीमारी जैसे न्यूरोलॉजिकल लक्षण दिखाई देते हैं.''

शोधकर्ताओं ने चूहों पर किए शोध के बाद यह परेशानी सामने आई है. शोध में वैज्ञानिकों ने इन चूहों को SARS-CoV-2 से संक्रमित किया, बाद फेफड़े और मस्तिष्क के दोनों ऊतकों में वायरल जीनोम का विश्लेषण किया. यह पता चला है कि फ्यूरिन क्लीवेज साइट म्यूटेशन वाले वायरस मस्तिष्क की नसों को प्रभावित करते हैं.

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