तांबे के बर्तन में पानी पीने से कई बड़ी बीमारियां होती हैं दूर, पढ़े 10 फायदे

सुबह सबसे पहले उठकर पानी पीना स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है ये बात लगभग सभी जानते हैं. पर क्या आप ये जानते हैं कि इसी पानी को अगर आप तांबे के बर्तन में पिएं तो आपको और ज्यादा फायदे मिलेंगे.

सुबह सबसे पहले उठकर पानी पीना स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है ये बात लगभग सभी जानते हैं. पर क्या आप ये जानते हैं कि इसी पानी को अगर आप तांबे के बर्तन में पिएं तो आपको और ज्यादा फायदे मिलेंगे. तांबे का पानी शरीर में तीनों दोषों (वात, कफ और पित्त) को संतुलित करने की क्षमता रखता है साथ ही इस पानी को पीने से शरीर के कई रोग बिना दवा के ठीक हो जाते हैं. इससे शरीर के जहरीले तत्व बाहर निकल जाते हैं.

रात को तांबे के बर्तन में संग्रहित पानी को ताम्रजल कहा जाता है. आयुर्वेद में कहा गया है कि सुबह के समय तांबे के बर्तन का पानी पीना विशेष रूप से लाभदायक होता है. तांबे के बर्तन में कम 8 घंटे तक रखा हुआ पानी ही लाभकारी होता है.

मिलेगा भरपूर कॉपर

तांबे के बर्तन में रखा पानी पीने से सीधे-सीधे तौर पर कॉपर की कमी कमी पूरी होती है. साथ ही यह  बीमारी पैदा करने वाले बैक्टीरिया से आपकी रक्षा कर आपको पूरी तरह से स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होता है. इसके अलावा कॉपर का एक और फायदा यह है कि इससे शरीर में जल्दी और प्रभावी तरीके से वसा को कम करने में मदद करती है.

एनीमिया में मिलेगा फायदा

जब शरीर में खून की कमी आती है तो थकान, मांसपेशियों में दर्द, कमजोरी और पाचन समस्याएं जैसे कई लक्षण नजर आने लगते है. ऐसे में तांबे के बर्तन में पानी पीने से काफी फायदा मिलता है. यह शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों को अवशोषित कर रक्त वाहिकाओं में इसके प्रवाह को नियंत्रित करता है. तांबा शरीर में सेल्स का निर्माण करता है और खून की कमी को पूरा करता है.

मजबूत स्मरणशक्ति

तांबा दिमाग को तेज करने में मदद करता है. दिमाग को तेज्जित कर ताम्र्जल उसे सक्रिय बनाए रखता है. रोजाना तांबे के बर्तन में पानी पीने से स्मरणशक्ति मजबूत होती है और दिमाग स्वस्थ बना रहता है.

तंदुरुस्त पाचन क्रिया

पेट जैसी समस्‍याएं जैसे एसिडिटी, कब्‍ज, गैस आदि के लिए तांबे के बर्तन का पानी रामबाण माना गया है. आयुर्वेद के अनुसार अगर आप अपने शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना चाहते हैं तो तांबे के बर्तन में कम से कम 8 घंटे रखा हुआ पानी पिएं. इससे पेट की सूजन में राहत मिलेगी और पाचन की समस्याएं भी दूर होंगी. लिवर और किड़नी की किसी भी प्रकार की इंफैक्शन से बचने के लिए तांबे का पानी लाभकारी है.

बढ़ती उम्र का असर भी होगा कम

अगर आप त्‍वचा पर फाइन लाइन को लेकर चिंतित हैं तो तांबा आपके लिए प्राकृतिक और सरल उपाय है. मजबूत एंटी-ऑक्‍सीडेंट और सेल गठन के गुणों से समृद्ध होने के कारण कॉपर मुक्त कणों से लड़ता है. जो झुर्रियों आने के मुख्‍य कारणों में से एक है. इसके अलावा यह स्वस्थ त्वचा कोशिकाओं के उत्पादन में मदद करता है.

ब्लडप्रेशर और हार्ट संबधी बिमारियों का उपाय

तांबे का पानी दिल को स्वस्थ बनाने के लिए बेहद कारगर है. यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित कर बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है. इसके अलावा यह हार्ट अटैक के खतरे को भी कम करता है. यह वात, पित्त और कफ की शिकायत को दूर करने में मदद करता है.

थॉयराइड में फायदेमंद

तांबे में मिनरल्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते है, जो थॉयराइड की समस्या को दूर करने में सहायक होते हैं. कॉपर थॉयराइड ग्रंथि‍ के सही क्रियान्वयन रखने के लिए मदद करता है.

कैंसर का खतरा करें कम

शरीर में कई ऐसे कण होते है जो कैंसर कोशिकाओं का विकास करते है. तांबे में मजबूत एंटीऑक्सीडेंट गुण इन कणों को समाप्त कर सकते हैं और शरीर पर उनके नकारात्मक प्रभावों को कम कर सकते है.

घाव को तेजी से भरें

तांबा अपने एंटी-बैक्‍टीरियल, एंटीवायरल और एंटी इफ्लेमेटरी गुणों के लिए जाना जाता है. इसलिए इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि तांबा घावों को जल्‍दी भरने के लिए एक शानदार तरीका है.

इसी के साथ तांबे के पानी में एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होने के कारण शरीर में दर्द, ऐंठन और सूजन की समस्या भी नहीं होती.

स्वस्थ त्वचा स्वस्थ बाल

कॉपर मेलेनिन के निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, मेलेनिन वर्णक जो आपकी, त्वचा और बालों को रंग देता है. मेलेनिन शरीर को सूरज की तेज किरणों से बचाए रखता है.

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