Vijayadashami 2024 Sanskrit Wishes: विजयादशमीपर्वणः हार्दाः शुभाशयाः इन संस्कृत Shlokas, WhatsApp Messages, GIF Greetings, Photo SMS के जरिए दें बधाई
रावण पर भगवान राम और महिषासुर पर देवी दुर्गा की जीत के इस पर्व को देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है, साथ ही शुभकामना संदेशों का आदान प्रदान किया जाता है. इस अवसर पर आप इन विशेज, श्लोक, वॉट्सऐप मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो एसएमएस को भेजकर संस्कृत में विजयादशमीपर्वणः हार्दाः शुभाशयाः कहकर बधाई दे सकते हैं.
Vijayadashami 2024 Sanskrit Wishes in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को विजयादशमी (Vijayadashami) यानी दशहरे (Dussehra) का त्योहार मनाया जाता है. इस पर्व को बुराई पर अच्छाई और अधर्म पर धर्म की जीत के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है. इस पर्व से जुड़ी एक कथा के अनुसार, इस दिन भगवान राम (Bhagwan Ram) ने लंकापति रावण (Ravana) का संहार करके माता सीता (Mata Sita) को उसकी कैद से मुक्त कराया था, इसलिए इस दिन अधर्म पर धर्म की जीत के तौर पर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतलों का दहन किया जाता है. इस पर्व से जुड़ी दूसरी कथा के अनुसार, नौ दिनों तक असुर महिषासुर से भयंकर युद्ध करने के बाद दसवें दिन मां दुर्गा ने उसका संहार कर इस संसार को उसके आतंक से मुक्ति दिलाई थी, इसलिए विजयादशमी का त्योहार मनाया जाता है.
इस साल 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हुई थी और 12 अक्टूबर को विजयादशमी मनाई जा रही है. रावण पर भगवान राम और महिषासुर पर देवी दुर्गा की जीत के इस पर्व को देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है, साथ ही शुभकामना संदेशों का आदान प्रदान किया जाता है. इस अवसर पर आप इन विशेज, श्लोक, वॉट्सऐप मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो एसएमएस को भेजकर संस्कृत में विजयादशमीपर्वणः हार्दाः शुभाशयाः कहकर बधाई दे सकते हैं.
धर्मेण लभते सर्वं धर्मसारमिदं जगत्॥
वीराः संभावितात्मानो न दैवं पर्युपासते॥
विजयादशमी यानी दशहरे के पर्व का हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया जाता है, जो असत्य पर सत्य और अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व है. अश्विन शुक्ल दशमी को भगवान राम ने लंकापति रावण का वध किया था, इसलिए इसे दशहरा के तौर पर मनाया जाता है, जबकि इसी तिथि पर देवी दुर्गा ने महिषासुर का संहार किया था, इसलिए इसे कई स्थानों पर विजयादशमी के तौर पर मनाया जाता है. कई राज्यों में दशहरा के दिन रावण की पूजा करने का भी विधान है तो कई जगहों पर इस दिन रावण के पुतले का दहन भी किया जाता है.