Shiv Jayanti 2020: भगवान शिव नहीं बल्कि इनसे प्रेरित है छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम, Video में देखें उनसे जुड़ी कई रोचक बातें
महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि पूरे देशभर में अपनी बहादुरी और मानवता की मिसाल कायम करने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज की आज 390वीं जयंती है. छत्रपति शिवाजी महाराज को अपना दैवत मानने वाले आज सभी लोग उन्हें नमन कर रहे है तत्था उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें सलाम कर रहे हैं.
Shiv Jayanti 2020: महाराष्ट्र ही नहीं बल्कि पूरे देशभर में अपनी बहादुरी और मानवता की मिसाल कायम करने वाले छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) की आज 390वीं जयंती है. छत्रपति शिवाजी महाराज को अपना दैवत मानने वाले आज सभी लोग उन्हें नमन कर रहे है तत्था उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें सलाम कर रहे हैं. आज उनकी जयंती के शुभ अवसर पर हम आपको उनसे जुड़ी कुछ अहम और रोचक बातें बताने जा रहे हैं. छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर ऐसी धारणा भी है कि उनका नाम भगवान शिव (Lord Shiva ) के नाम से प्रेरति है लेकिन ये सच नहीं है.
बताना चाहेंगे कि छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम असल में देवी शिवाई (Goddess Shivai) के नाम से प्रेरित है. बताया जाता है कि छत्रपति शिवाजी महाराज के जन्म स्थल शिवनेरी किले (Shivneri Fort) पर भी शिवाई देवी का मंदिर है जहां उस किले के पालक आज भी पूजा पाठ करते हैं. ये भी पढ़ें: Shiv Jayanti 2020: बहादुरी व महानता के मिसाल शिवाजी महाराज, जानें मराठा शासक को क्यों कहा जाता है फादर ऑफ नेवी
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उन्हें भारतीय नौसेना के पितामह (Father of Indian Navy) भी कहा जाता है और वो पहले ऐसे शासक थे जिन्होंने नौसेना का गठन किया था और किल्ले बनाए थे. उन्हें एक ऐसा हिंदू धर्म रक्षक भी कहा जाता था जो धार्मिक आजादी और सहिष्णुता में विश्वास रखते थे. ये भी पढ़ें: Shiv Jayanti 2020 Wishes: इन प्रेरणादायी हिंदी कोट्स, Hike Stickers, Facebook Greetings, GIF Images और WhatsApp Status के जरिए अपनों को दें शिव जयंती की शुभकामनाएं
आपको बता दें कि छत्रपति शिवाजी महाराज को हर धर्म और हर तबके के लोगों का सम्मान प्राप्त है. उनकी सेना में न सिर्फ मराठा बल्कि मुसलमान समेत अन्य धर्मों के लोगों को भी जगह दी गई थी. उनके शौर्य और पराक्रम की चर्चा मुगलों के बीच भी आम थी और आज भी लोग उन्हें और उनकी बहादुरी को याद करते हैं.