Radha Ashtami 2024 Messages: हैप्पी राधा अष्टमी! प्रियजनों संग शेयर करें ये हिंदी Quotes, WhatsApp Wishes, GIF Greetings और Photo SMS
राधा अष्टमी के दिन व्रत रखकर राधा-कृष्ण की विधि-विधान से पूजा करने से घर में धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती है. इसके साथ ही भक्तों की सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं. इस दिन व्रत और पूजन करने से व्यक्ति के समस्त पाप नष्ट होते हैं. ऐसे में इस अति पावन अवसर पर आप इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और फोटो एसएमएस के जरिए प्रियजनों को हैप्पी राधा अष्टमी कह सकते हैं.
Radha Ashtami 2024 Messages In Hindi: कृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami) मनाए जाने के करीब 15 दिन बाद यानी आज (11 सितंबर 2024) राधा अष्टमी (Radha Ashtami) का पर्व मनाया जा रहा है. हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को बरसाने वाली राधा रानी (Radha Rani) का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. वैसे तो राधा अष्टमी का पर्व देशभर में मनाया जाता है, लेकिन मथुरा, वृंदावन और बरसाना के मंदिरों में राधा रानी के जन्मोत्सव की अलग ही धूम देखने को मिलती है. कहा जाता है कि भगवान श्री कृष्ण और राधा रानी एक-दूसरे अत्यंत प्रेम करते थे. मान्यता है कि राधा रानी का नाम जपने मात्र से कान्हा अत्यंत प्रसन्न होते हैं, जबकि कहा तो यह भी जाता है कि राधा की पूजा के बिना कान्हा की पूजा अधूरी मानी जाती है, इसलिए जो लोग कृष्ण जन्माष्टमी का व्रत रखते हैं, उन्हें राधा अष्टमी का व्रत भी जरूर रखना चाहिए.
ऐसी मान्यता है कि राधा अष्टमी के दिन व्रत रखकर राधा-कृष्ण की विधि-विधान से पूजा करने से घर में धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती है. इसके साथ ही भक्तों की सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं. इस दिन व्रत और पूजन करने से व्यक्ति के समस्त पाप नष्ट होते हैं. ऐसे में इस अति पावन अवसर पर आप इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स और फोटो एसएमएस के जरिए प्रियजनों को हैप्पी राधा अष्टमी कह सकते हैं.
प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, राधा रानी वृंदावन की अधीश्वरी हैं, इसलिए जो भी राधा रानी को प्रसन्न कर लेता है, उसे भगवान श्रीकृष्ण की भी कृपा प्राप्त हो जाती है. यही वजह है कि राधा अष्टमी के इस खास पर्व का श्री कृष्ण के भक्त बेसब्री से इंतजार करते हैं. राधा अष्टमी के लिए श्री राधा रानी के मंदिर को बेहद सुंदर ढंग से सजाया जाता है और विधि विधान से राधा रानी की पूजा-अर्चना की जाती है. पौराणिक कहानियों में राधा जी को देवी लक्ष्मी का अवतार माना जाता है. वहीं, राधा जी को प्रेम की अवतार मानकर उन्हें प्रकृति देवी भी कहा जाता है.