Makar Sankranti 2022 Messages in Hindi: नए साल की शुरुआत के साथ ही त्योहारों का सीजन शुरु हो गया है. आज यानी 14 जनवरी 2022 को देशभर में मकर संक्रांति (Makar Sankranti) का पर्व मनाया जा रहा है. इस दिन ग्रहों के राजा सूर्यदेव (Suryadev) धनु राशि से निकलकर अपने पुत्र शनि की राशि मकर में प्रवेश करते हैं. कहा जाता है कि मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर सूर्य देव खुद अपने पुत्र शनि से मिलने के लिए उनकी राशि में जाते हैं, इसलिए मकर संक्रांति के पर्व को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन सूर्य देव उत्तरायण (Uttarayan) होते हैं, जिसे देवताओं का दिन माना जाता है और उत्तरायण को रात कहा जाता है. सूर्यदेव के उत्तरायण के साथ ही मौसम में परिवर्तन आने लगता है और सर्दियां कम होने लगती है.
मकर संक्रांति के दिन पवित्र नदियों में स्नान करके दान किया जाता है. इस दिन स्नान-दान से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है और इसका पुण्यफल कई जन्मों तक मिलता है. मकर संक्रांति पर लोग शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान करते हैं. आप भी इन हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस, एसएमएस और कोट्स के जरिए अपने सगे-संबंधियों को हैप्पी मकर संक्रांति कह सकते हैं.
1- तिल हम हैं और गुड़ आप,
मिठाई हम हैं और मिठास आप,
साल के पहले त्योहार से,
हो रही है आज शुरुआत,
हैप्पी मकर संक्रांति
2- मीठे-मीठे गुड़ में मिल गया तिल,
उड़ी पतंग और खिल गया दिल,
चलो उड़ाएं पतंग सब लोग मिल...
हैप्पी मकर संक्रांति
3- खुले आसमान में जमीं से बात न करो,
जी लो जिंदगी खुशी की आस न करो,
हर त्योहार में कम से कम हमें न भूला करो,
फोन न सही मैसेज से ही संक्राति विश किया करो.
हैप्पी मकर संक्रांति
4- बिन सावन बरसात नहीं होती,
सूरज डूबे बिना रात नहीं होती,
अब ऐसी आदत हो गई है कि,
आपको विश किए बिना किसी,
त्योहार की शुरुवात नहीं होती...
हैप्पी मकर संक्रांति
5- खुशी का है यह मौसम,
गुड़ और तिल का है यह मौसम,
पतंग उड़ाने का है यह मौसम,
शांति और समृद्धि का है यह मौसम,
हैप्पी मकर संक्रांति
गौरतलब है कि मकर संक्रांति के दिन सूर्यदेव के मकर राशि में गोचर करने से खरमास की समाप्ति होती है और सभी मांगलिक कार्य शुरु हो जाते हैं. इस पर्व को देशभर में बहुत धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन इसे देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है. उत्तर भारत में इसे खिचड़ी, तमिलनाडु में पोंगल, ओडिशा में मकर चौला, असम में माघ बिहू और गुजरात में उत्तरायण कहा जाता है. यह मुख्य तौर पर फसलों का पर्व है, जिसे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है.