Mahesh Navami 2022 Messages: शुभ महेश नवमी! प्रियजनों को भेजें ये भक्तिमय हिंदी WhatsApp Wishes, Facebook Greetings, Quotes और GIF Images
कहा जाता है कि महेश नवमी के दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से भक्तों को उनकी कृपा प्राप्त होती है, इसलिए इस पर्व की शुभकामनाएं देने के लिए शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी होता है. ऐसे में आप भी इस खास अवसर पर इन भक्तिमय हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स और जीआईएफ इमेजेस को भेजकर अपने प्रियजनों को शुभ महेश नवमी कह सकते हैं.
Mahesh Navami 2022 Messages in Hindi: आज यानी 9 जून 2022 को महेश नवमी (Mahesh Navami) का त्योहार मनाया जा रहा है, जबकि हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को महेश नवमी मनाई जाती है. महेश नवमी को महेशन नवमी (Maheshan Navami) के नाम से भी जाना जाता है, जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया जाता है. कहा जाता है कि इस दिन भगवान शिव (Lord Shiva) की कृपा से माहेश्वरी समाज की उत्पत्ति हुई थी. मान्यता है कि माहेश्वरी समाज (Maheshwari Samaj) के पूर्वज क्षत्रिय वंश के थे और इनके वंशज एक बार शिकार करने के लिए वन में गए थे, जहां उनके शिकार करने की वजह से तपस्या में लीन ऋषि मुनि की तपस्या भंग हो गई थी. तपस्या भंग होने से नाराज होकर ऋषि ने इस वंश की समाप्ति का श्राप दे दिया, जिसके बाद ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को ही भगवान शिव की कृपा से इस वंश को ऋषि के श्राप से मुक्ति मिली और उन्होंने इस समाज को माहेश्वरी नाम दिया.
कहा जाता है कि महेश नवमी के दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से भक्तों को उनकी कृपा प्राप्त होती है, इसलिए इस पर्व की शुभकामनाएं देने के लिए शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान भी होता है. ऐसे में आप भी इस खास अवसर पर इन भक्तिमय हिंदी मैसेजेस, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स, कोट्स और जीआईएफ इमेजेस को भेजकर अपने प्रियजनों को शुभ महेश नवमी कह सकते हैं.
1- शव हूं मैं भी शिव बिना,
शव में शिव का वास,
शिव मेरे आराध्य हैं,
मैं हूं शिव का दास...
शुभ महेश नवमी
2- भगवान शिव की बनी रहे आप पर छाया,
पलट दे जो आपकी किस्मत की काया,
मिले आपको वो सब अपनी जिंदगी में,
जो कभी किसी ने भी ना पाया.
शुभ महेश नवमी
3- महेश जिनका नाम है,
कैलाश जिनका धाम है,
देवों के देव महादेव को,
हम सबका प्रणाम है...
शुभ महेश नवमी
4- मेरे महादेव आपके बिना मैं शून्य हूं,
आप साथ हो महाकाल तो मैं अनंत हूं,
जय श्री त्रिकालनाथ महाकाल...
शुभ महेश नवमी
5- सबसे बड़ा तेरा दरबार है,
तू ही सबका पालनहार है,
सजा दे या माफी महादेव,
तू ही हमारी सरकार है...
शुभ महेश नवमी
महेश नवमी के दिन ही भगवान शिव की विशेष कृपा से माहेश्वरी समाज की उत्पत्ति हुई थी, इसलिए इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. कहा जाता है कि ऐसा करने से भक्तों को उनका विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है और उनकी समस्त मनोकामनाएं पूरी होती हैं. यही वजह है कि भक्त इस दिन शिव जी का विशेष अभिषेक करते हैं और शिव चालीसा का पाठ, शिव जी के मंत्रों का जप और उनकी विशेष आरती करते हैं.