Mahaparinirvan Diwas 2023 HD Images: महापरिनिर्वाण दिवस पर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को नमन, शेयर करें ये WhatsApp Stickers, Wallpapers और Photo SMS
महापरिनिर्वाण दिवस 2023 (Photo Credits: File Image)

Mahaparinirvan Diwas 2023 HD Images: भारत के संविधान (Indian Constitution) को तैयार करने में डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर (Dr. Bheemrao Ambedkar) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, इसलिए उन्हें संविधान का निर्माता कहा जाता है. डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर (Dr. Babasaheb Ambedkar) महान समाज सुधारक और विद्वान थे, जिनका निधन 6 दिसंबर 1956 को दिल्ली स्थित उनके घर पर हुआ था, इसलिए हर साल 6 दिसंबर को उनकी पुण्यतिथि मनाई जाती है, जिसे महापरिनिर्वाण दिवस (Mahaparinirvan Diwas) के तौर पर जाना जाता है. आपको बता दें कि 14 अक्टूबर 1956 को नागपुर में एक औपचारिक सार्वजनिक समारोह में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने श्रीलंका के महान बौद्ध भिक्षु महत्थवीर चंद्रमणी से पारंपरिक तरीके से त्रिरत्न और पंचशील को स्वीकार करते हुए बौद्ध धर्म को अपना लिया था. डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के निधन के बाद उनका अंतिम संस्कार मुंबई के दादर चौपाटी पर बौद्ध धर्म के रीति-रिवाज के अनुसार किया गया था, जिसे चैत्य भूमि के नाम से जाना जाता है. उसी दौरान डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को साक्षी मानकर करीब 10 लाख समर्थकों ने बौद्ध धर्म को अपनाया था.

डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर ने समाज में दलितों और गरीबों की स्थिति में सुधार लाने के लिए काफी काम किया और छूआछूत जैसी प्रथा को खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, इसलिए उनको बौद्ध गुरु माना जाता है. ऐसे में महापरिनिर्वाण दिवस के इस खास अवसर पर आप इन एचडी इमेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, वॉलपेपर्स और फोटो एसएमएस को शेयर करके डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को नमन कर सकते हैं.

1- डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को कोटी-कोटी प्रणाम

महापरिनिर्वाण दिवस 2023 (Photo Credits: File Image)

2- डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को विनम्र श्रद्धांजलि

महापरिनिर्वाण दिवस 2023 (Photo Credits: File Image)

3- महापरिनिर्वाण दिवस 2023

महापरिनिर्वाण दिवस 2023 (Photo Credits: File Image)

4- महापरिनिर्वाण दिवस पर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को नमन

महापरिनिर्वाण दिवस 2023 (Photo Credits: File Image)

5- डॉ. भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि पर उन्हें शत-शत नमन

महापरिनिर्वाण दिवस 2023 (Photo Credits: File Image)

गौरतलब है कि डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू नामक गांव में हुआ था. उनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई था. महार जाति का होने के चलते उन्हें बचपन से ही समाज में भेदभाव, छुआछूत जैसी कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. ऐसे में उन्होंने दलितों और पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए छुआछूत, जातिवाद और भेदभाव जैसी सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई. इतना ही नहीं इसके लिए उन्होंने कई आंदोलन भी किए.