Mahalaya 2024 Messages: महालया के इन शानदार हिंदी Quotes, WhatsApp Wishes, Facebook Greetings को भेजकर दें शुभकामनाएं
महालया के अगले दिन घटस्थापना के साथ शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो जाती है. दुर्गा पूजा के त्योहार की शुरुआत का प्रतीक होने की वजह से महालया का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है. इस दिन मां पार्वती अपने मायके आने के लिए कैलाश पर्वत से विदा लेती हैं, इसलिए इस दिन मां का आह्वान किया जाता है. इस अवसर पर आप इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स को भेजकर महालया की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Mahalaya 2024 Messages in Hindi: एक तरफ जहां अश्विन मास की अमावस्या को सर्वपितृ अमावस्या (Sarv Pitru Amavasya) मनाया जाता है और इस दिन पितरों को विदाई दी जाती है तो वहीं देश में रहने वाले बंगाली समुदाय के लोग इस दिन महालया (Mahalaya) का पर्व मनाते हैं. महालया को दुर्गा पूजा (Durga Puja) और शारदीय नवरात्रि (Sharad Navratri) की शुरुआत का प्रतीक भी माना जाता है. मां दुर्गा और शक्ति की उपासना करने वालों के लिए यह तिथि बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है, क्योंकि इसी दिन भक्तों के आह्वान से देवी दुर्गा (Maa Durga) का धरती पर आगमन होता है. मान्यता है कि भक्तों की पुकार पर मां दुर्गा कैलाश पर्वत से यात्रा कर पृथ्वीवासियों के बीच रहने के लिए आती हैं. देवी दुर्गा के आह्वान और उनके धरती पर आगमन को महालया कहते हैं. इस साल महालया 2 अक्टूबर 2024 को पड़ रही है, जबकि 3 अक्टूर 2024 से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो रही है.
महालया के अगले दिन घटस्थापना के साथ शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो जाती है. दुर्गा पूजा के त्योहार की शुरुआत का प्रतीक होने की वजह से महालया का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है. इस दिन मां पार्वती अपने मायके आने के लिए कैलाश पर्वत से विदा लेती हैं, इसलिए इस दिन मां का आह्वान किया जाता है. इस अवसर पर आप इन हिंदी मैसेजेस, कोट्स, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स को भेजकर महालया की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
गौरतलब है कि महालया के दिन, सुबह पितरों का श्राद्ध और तर्पण किया जाता है और शाम के समय, मां दुर्गा की पृथ्वी पर आने के लिए पूजा की जाती है. पश्चिम बंगाल में महालया का बहुत महत्व है, क्योंकि इस दिन से कलाकार देवी दुर्गा की प्रतिमाओं पर रंग चढ़ाते हैं, खासकर मां दुर्गा की आंखें गढ़ने के बाद उनमें रंग भरा जाता है. महालया के अगले दिन नवरात्रि की शुरुआत होती है और मां दुर्गा अपने भक्तों के बीच आकर विराजती हैं. ऐसी मान्यता है कि नवरात्रि में नौ दिनों तक मां दुर्गा की पूजा करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और सुख-समृद्धि व शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है.