Kartik Purnima 2022 Wishes in Hindi: हिंदू धर्म में जितना महत्व कार्तिक मास की अमावस्या (Kartik Amavasya) का बताया जाता है, उतना ही महत्व कार्तिक मास की पूर्णिमा (Kartik Purnima) का भी होता है. एक तरफ जहां कार्तिक अमावस्या को दीपावली यानी लक्ष्मी पूजन (Lakshmi Pujan) का पर्व मनाया जाता है तो ठीक उसके 15 दिन बाद यानी कार्तिक पूर्णिमा को देव दिवाली (Dev Diwali) मनाई जाती है. कार्तिक पूर्णिमा को देव दीपावली (Dev Deepawali), त्रिपुरारी पूर्णिमा (Tripurari Purnima) और त्रिपुरी पूर्णिमा (Tripuri Purnima) जैसे नामों से भी जाना जाता है. इस साल कार्तिक पूर्णिमा का पर्व 8 नवंबर 2022 को मनाया जा रहा है. कहा जाता है कि इस दिन किसी पवित्र नदी या कुंड में स्नान करने के बाद भगवान शिव और भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए. पूजन के बाद जरूरतमंदों को दान और दीपदान करना चाहिए. मान्यता है कि इस दिन दीपदान करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं और घर-परिवार में सुख-समृद्धि का आगमन होता है.
कार्तिक पूर्णिमा के दिन अधिकांश लोग मोक्षदायिनी गंगा में आस्था की डुबकी लगाते हैं. इसके साथ ही इस दिन दीपदान, दान, यज्ञ और भगवान की उपासना जैसे कर्म किए जाते हैं. लोग कार्तिक पूर्णिमा के संदेश भेजकर एक-दूसरे को बधाई भी देते हैं. ऐसे में इस पावन अवसर पर आप भी इन हिंदी विशेज, कोट्स, वॉट्सऐप मैसेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स को भेजकर अपनों को पर्व की प्यार भरी शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- दीपों का ये पावन त्योहार,
आपके लिए लाए खुशियां हजार,
लक्ष्मी जी विराजें आपके द्वार,
हमारी शुभकामनाएं करें स्वीकार.
कार्तिक पूर्णिमा की शुभकामनाएं
2- कार्तिक पूर्णिमा का ये पावन त्योहार,
आपके लिए लाए खुशियां हजार,
भगवान विष्णु विराजें आपके द्वार,
हमारी शुभकामनाएं करें स्वीकार.
कार्तिक पूर्णिमा की शुभकामनाएं
3- हम आपको कार्तिक पूर्णिमा की बधाई देते हैं,
ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि आपको जिंदगी में,
बहुत तरक्की और खुशियां मिले,
त्रिपुरारी भगवान भोलेनाथ आपकी मनोकामनाएं पूरी करें.
कार्तिक पूर्णिमा की शुभकामनाएं
4- चांद सी शीतलता, शुभ्रता,
कोमलता, उदारता, प्रेमलता,
आपको और आपके परिवार को मिले.
कार्तिक पूर्णिमा की शुभकामनाएं
5- कार्तिक पूर्णिमा की रात्रि है अति पावन,
बरसे है देवताओं का प्यार और आशीर्वाद,
चंद्रमा की चांदनी और मां लक्ष्मी का प्यार,
शुभ हो आपके लिए कार्तिक पूर्णिमा का त्योहार.
कार्तिक पूर्णिमा की शुभकामनाएं
कार्तिक पूर्णिमा से जुड़ी पौराणिक कथा के अनुसार, इसी तिथि पर संध्या के समय भगवान विष्णु ने मत्स्यावतार लिया था और इसी दिन भगवान शिव ने त्रिपुरारी अवतार धारण करके त्रिपुरासुर का संहार किया था, इसलिए इसे त्रिपुरी पूर्णिमा और त्रिपुरारी पूर्णिमा कहा जाता है. इस दिन भगवान शिव की पावन नगरी काशी में देव दिवाली का उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली मनाने के लिए स्वर्ग लोक से सभी देवी-देवता काशी यानी वाराणसी आते हैं. इस रात काशी के सभी घाट दीयों की रोशनी से रोशन हो जाते हैं.