Happy Chitragupta Puja 2019 Wishes & HD Photos: दिवाली उत्सव के आखिरी दिन होती है चित्रगुप्त पूजा, भेजें ये WhatsApp Stickers, Facebook Greetings, GIF Images, Wallpapers और दें प्रियजनों को शुभकामनाएं
उत्सव चाहे जो भी हो बिना शुभकामनाओं के अधूरा सा लगता है, जबकि पर्व के खास मौके पर एक-दूसरे को बधाई देने से पर्व का आनंद दोगुना हो जाता है. आप भी चित्रगुप्त पूजा के इस मौके पर अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और करीबियों को इन प्यारे वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस, वॉलपेपर्स और भगवान चित्रगुप्त की एचडी फोटोज के जरिए चित्रगुप्त पूजा की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
Happy Chitragupta Puja 2019 Wishes & HD Photos: आज यानी 29 अक्टूबर को देशभर में दिवाली उत्सव (Diwali Festival) का आखिरी पर्व भाई दूज (Bhai Dooj) मनाया जा रहा है. भाई दूज के साथ-साथ आज चित्रगुप्त जयंती (Chitragupta Jayanti) भी मनाई जा रही है, जिसे चित्रगुप्त पूजा (Chitragupta Puja) के नाम से भी जाता है. हर साल कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज और चित्रगुप्त पूजा का पर्व मनाया जाता है. भगवान चित्रगुप्त (Bhagwan Chitragupta) को मृत्यु के देवता यमराज (Yamraj) का सहायक और भगवान ब्रह्मा का मानस पुत्र कहा जाता है. वे इस संसार के सभी प्राणियों के पाप और पुण्यकर्मों का लेखा-जोखा रखते हैं. यहां तक कि इंसान का भाग्य लिखने का काम भी यही करते हैं. खासकर कायस्थ समाज में चित्रगुप्त जयंती बहुत धूमधाम से मनाई जाती है. इस दिन भगवान चित्रगुप्त की विधि-विधान से पूजा की जाती है.
उत्सव चाहे जो भी हो बिना शुभकामनाओं के अधूरा सा लगता है, जबकि पर्व के खास मौके पर एक-दूसरे को बधाई देने से पर्व का आनंद दोगुना हो जाता है. आप भी चित्रगुप्त पूजा के इस मौके पर अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और करीबियों को इन प्यारे वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस, वॉलपेपर्स और भगवान चित्रगुप्त की एचडी फोटोज के जरिए चित्रगुप्त पूजा की शुभकामनाएं दे सकते हैं. यह भी पढ़ें: Bhai Dooj 2019 Wishes & Messages: भाई दूज के शुभ अवसर पर अपने भाई-बहन को दें शुभकामनाएं, भेजें ये शानदार हिंदी WhatsApp Status, Facebook Greetings, Photo SMS, GIF Images और वॉलपेपर्स
हैप्पी चित्रगुप्त पूजा-
चित्रगुप्त पूजा की शुभकामनाएं-
चित्रगुप्त पूजा की हार्दिक बधाई-
चित्रगुप्त पूजा 2019 जीआईएफ इमेजेस-
भगवान चित्रगुप्त की एचडी फोटोज-
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पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, मृत्यु के देवता यमराज को धर्मराज इसलिए कहा जाता है, क्योंकि वे जीवों के कर्मों के अनुसार फल प्रदान करते हैं. अपने कंधों पर पूरी सृष्टि के प्राणियों के कर्मों के अनुसार दंड या फल देने की जिम्मेदारी मिलने के बाद यमराज ने ब्रह्माजी से कहा कि इतनी बड़ी सृष्टि के प्राणियों की सजा का काम देखने के लिए उनके साथ एक सहायक भी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उनका सहायक धार्मिक न्यायाधीश, बुद्धिमान, शीघ्र काम करने वाला, लेखन कार्य में दक्ष, तपस्वी, ब्रह्मनिष्ठ और वेदों का ज्ञाता होना चाहिए. इसके पश्चात भगवान ब्रह्मा ने अपने मानस पुत्र चित्रगुप्त को यमराज का सहायक बनाया.