गणेशोत्सव 2018: देशभर में आज से मनाई जा रही है गणेश चतुर्थी, जानिए किस मुहूर्त में बप्पा को घर लाना है शुभ
मुंबई का लालबाग का पंडाल सबसे ज्यादा मशहूर है. इस मंडल को 1934 में बनाया गया था, जहां 10 लाख से भी ज्यादा भक्त गणपति बप्पा के दर्शन के लिए घंटों लाइन में लगे रहते हैं. कभी-कभी तो दर्शन करने में 24 घंटे से भी ज्यादा समय लग जाता है. लेकिन भक्तों का उत्साह कम नहीं होता है.
नई दिल्ली: पुरे देश में आज से गणेश चतुर्थी पर्व की शुरुआत हो गयी है. मायानगरी मुंबई में इस पर्व को बड़े ही खास अंदाज में मनाया जाता है. 10 दिन तक चलने वाले इस पर्व में मुंबई की गलियां गणेश पंडालों से पट जाती हैं. भाद्रपद मास की चतुर्थी से चतुर्दर्शी यानि 10 दिनों तक चलने वाले इस गणेश उत्सव के लिए देशभर के तमाम शहरों में पंडाल लगाए जाते हैं. बताना चाहते है कि पंडालों में बप्पा को स्थापित करने के साथ-साथ कुछ लोग गणेश चतुर्थी के दिन गणपति की मूर्ति को घर में स्थापित करते हैं और अपनी मनोकामनाओं को पूर्ण करने के लिए आशीर्वाद मांगते हैं.
मुंबई का लालबाग का पंडाल सबसे ज्यादा मशहूर है. इस मंडल को 1934 में बनाया गया था, जहां 10 लाख से भी ज्यादा भक्त गणपति बप्पा के दर्शन के लिए घंटों लाइन में लगे रहते हैं. कभी-कभी तो दर्शन करने में 24 घंटे से भी ज्यादा समय लग जाता है. लेकिन भक्तों का उत्साह कम नहीं होता है. यह भी-गणेशोत्सव 2018 : शिल्पा शेट्टी ने धूमधाम से किया गणपति बप्पा का स्वागत, देखें Video
जानिए क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त?
बता दें कि भारतीय शास्त्रानुसार किसी भी शुभ कार्य को रने से पहले गणेश जी की पूजा करनी चाहिए. मान्यता है कि सर्वप्रथम गणेश की अराधना करने से शुभ कार्यों में विघ्न या बाधा नहीं आती है. इसके साथ ही ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक आज गणेश पूजा का समय सुबह 11.30 बजे से 13.30 बजे तक का है. वहीं, चंद्रमा को न देखने का समय सुबह 9.31 से रात 21.12 तक का है. यह भी पढ़े-गणेशोत्सव 2018: श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति का ये इतिहास आप शायद ही जानते होंगे, ऐसे होती है इनकी पूजा
गणपति बप्पा को घर लाने से पहले तैयार कर लें ये सामान.
आज के दिन भगवान गणेश की प्रतिमा को घर लाना सबसे पवित्र समझा जाता है. जब आप बप्पा की मूर्ति को घर लाएं, उससे पहले इन चीजों को तैयार रखें.
अगरबत्ती और धूप, आरती थाली, सुपारी, पान के पत्ते और मूर्ति पर डालने के लिए कपड़ा, चंदन के लिए अलग से कपड़ा और चंदन. गणपति मूर्ति की पूजा करने के लिए सबसे पहले एक आरती की थाली में अगरबत्ती-धूप को जलाएं. इसके बाद पान के पत्ते और सुपारी को भी इसमें रखें. इस दौरान मंत्र ' ऊं गं गणपतये नम:' का जाप करें.