Eid-e-Milad Un Nabi 2020 Wishes: हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर अपनों को भेजें ये आकर्षक GIF Wishes, WhatsApp-Facebook Stickers और कहें ईद-ए-मिलाद मुबारक
सुन्नी मुस्लिम पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन रबी-अल-अव्वल के 12वें दिन मनाते हैं, जबकि शिया मुस्लिम इसे 17वें दिन मनाते हैं. पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन यानी मावलिद के खास अवसर पर आप अपनों को ये आकर्षक विशेज, इमेजेस, जीआईएफ विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, एचडी वॉलपेपर्स भेजकर ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक कह सकते हैं.
Eid-e-Milad Un Nabi 2020: इस्लामी कैलेंडर चंद्र पर आधारित है. हिजरी कैलेंडर के तीसरे महीने यानी रबी-अल-अव्वल (Rabi Al-Awwal) के 12वें दिन पैगंबर हजरत मोहम्मद (Prophet Mohammed) साहब का जन्मदिन मनाया जाता है, जिसे ईद-ए-मिलाद-उन-नबी (Eid-e-Milad Un Nabi), ईद-ए-मिलाद (Eid-e-Milad) और मावलिद (Mawlid) के नाम से जाना जाता है. इस्लाम धर्म की प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, 571 ई. में मक्का शहर में पैंगबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था, लेकिन यहां हैरत की बात तो यह भी है कि रबी-अल-अव्वल के 12वें दिन ही उनका निधन भी हुआ था. उनका पूरा नाम मोहम्मद इब्न अब्दुल्लाह इब्न अब्दुल मत्तलिब था. उनके पिता का नाम अब्दुल्लाह और माता का नाम अमिना बीबी था. बताया जाता है कि 610 ई. में उन्हें मक्का के हीरा नामक गुफा में ज्ञान की प्राप्ति हुई थी. इसके बाद उन्होंने इस्लाम धर्म के पवित्र कुरान का उपदेश दिया था.
सुन्नी मुस्लिम पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब का जन्मदिन रबी-अल-अव्वल के 12वें दिन मनाते हैं, जबकि शिया मुस्लिम इसे 17वें दिन मनाते हैं. पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन यानी मावलिद के खास अवसर पर आप अपनों को ये आकर्षक विशेज, इमेजेस, जीआईएफ विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, एचडी वॉलपेपर्स भेजकर ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक कह सकते हैं.
1- ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक 2020
2- ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक 2020
3- ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक 2020
4- ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक 2020
5- ईद-ए-मिलाद-उन-नबी मुबारक 2020
गौरतलब है कि भारत में रबी-अल-अव्वल का महीना 19 अक्टूबर से शुरू हो चुका है, जिसके अनुसार ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का त्योहार 30 अक्टूबर को मनाया जाएगा. इस दिन मुस्लिम समुदाय के लोग दावत का आयोजन करते हैं. इसके साथ ही मोहम्मद साहब की याद में जुलूस निकाला जाता है. हालांकि इस साल कोरोना वायरस महामारी के कारण बड़े जुलूस या समारोह के आयोजन की संभावना बेहद कम है.