Chitragupta Puja 2021 Messages in Hindi: आज (06 नवंबर 2021) पांच दिवसीय दिवाली उत्सव (Diwali Festival) का आखिरी पर्व भाई दूज मनाया जा रहा है. इसके साथ ही यमराज के सहायक चित्रगुप्त की पूजा (Chitragupta Puja) का त्योहार भी है. हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को चित्रगुप्त पूजा की जाती है. भगवान चित्रगुप्त को मृत्यु के देवता यमराज (Yamraj) का सहायक और भगवान ब्रह्मा (Lord Brahma) का मानस पुत्र कहा जाता है. उनकी उत्पत्ति ब्रह्मा जी की काया से हुई थी, इसलिए उन्हें कायस्थ भी कहा जाता है. कहा जाता है कि चित्रगुप्त जी इस संसार के सभी प्राणियों के पाप और पुण्यकर्म का लेखा-जोखा रखते हैं, इसके साथ ही वो इंसान के भाग्य लिखने का भी काम करते हैं. कायस्थ लोगों के ईष्ट देवता के रूप में भी चित्रगुप्त भगवान को पूजा जाता है.
भगवान चित्रगुप्त को देवलोक धर्म अधिकारी के नाम से जाना जाता है. उनका संबंध लेखन कार्य से होने के कारण इस दिन कलम और दवात की पूजा की जाती है. चित्रगुप्त पूजा के इस खास अवसर पर आप दोस्तों-रिश्तेदारों को इन मैसेजेस, वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस के जरिए शुभकामनाएं दे सकते हैं. इसके साथ ही इस पर्व की खुशियों को बढ़ा सकते हैं.
1-आपके परिवार में सुख-समृद्धि का वास हो,
आप और आपका परिवार स्वस्थ व सेहतमंद हो.
चित्रगुप्त पूजा की शुभकामनाएं
2- आप पर भगवान चित्रगुप्त का आशीर्वाद रहे,
आप जहां भी रहें, वहां पर आबाद रहें,
सुख-समृद्धि मिले और आप सेहतमंद रहें.
चित्रगुप्त पूजा की शुभकामनाएं
3- एक दो तीन चार,
चित्रगुप्त महाराज की जय-जयकार.
चित्रगुप्त पूजा की शुभकामनाएं
4- मसिभाजनसंयुक्तं ध्यायेत्तं च महाबलम्।
लेखिनीपट्टिकाहस्तं चित्रगुप्तं नमाम्यहम्।।
चित्रगुप्त पूजा की शुभकामनाएं
5- चित्रगुप्त पूजा के इस खास अवसर पर,
आपको और आपके पूरे परिवार को,
बुद्धि, विद्या और लेखन का आशीर्वाद मिले,
देवताओं के लेखपाल आप पर सदा मेहरबान रहें.
चित्रगुप्त पूजा की शुभकामनाएं
यह मान्यता काफी प्रचलित है कि मृत्यु के देवता यमराज इस संसार के सभी प्राणियों को उनके कर्मों के हिसाब से दंड देते हैं. कहा जाता है कि उन्होंने भगवान ब्रह्मा से कहा था कि वो इतनी बड़ी सृष्टी के प्राणियों की सजा का काम देखने के लिए एक सहायक चाहते हैं, जो बुद्धिमान, शीघ्र काम करने वाला, लेखन कार्य में दक्ष, वेदों का ज्ञाता हो और धार्मिक न्यायाधीश हो. यमराज के कहने पर ब्रह्मा जी ने अपनी काया से चित्रगुप्त को उत्पन्न किया, जो उनके सहायक बने.